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कोलकाता: महिला सिविक वालंटियर के साथ यौन उत्पीड़न, पुलिस सब इंस्पेक्टर पर लगा आरोप, केस दर्ज

Kolkata News: रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला Kolkata Police में Woman Civic Volunteer है. जबकि आरोपी उसी थाने का Sub Inspector है. महिला ने कहा कि पहले केस को नजरअंदाज करने की कोशिश की गई.

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फिलहाल आरोपी पुलिसकर्मी को ड्यूटी से हटा दिया गया है. (प्रतीकात्मक तस्वीर - PTI)

कोलकाता के एक पुलिस अधिकारी पर उसी पुलिस स्टेशन में तैनात एक महिला सिविक वॉलंटियर से यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है (Kolkata Police woman civic volunteer sexually assault). महिला ने पुलिस अधिकारी पर ग़लत तरीक़े से छूने का आरोप लगाया. साथ ही, दावा किया कि पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया. बाद में महिला ने अपनी शिकायत की कॉपी पश्चिम बंगाल के गृह सचिव, पुलिस कमिशनर समेत सीनियर अधिकारियों को भेजी. तब जाकर जांच शुरू की गई.

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महिला की शिकायत के मुताबिक़, वो 4 और 5 अक्टूबर की दरम्यानी रात पार्क स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में ड्यूटी पर थी. वहां आरोपी सब इंस्पेक्टर अभिषेक रॉय भी तैनात था. महिला का कहना है कि अभिषेक ने उसे रेस्ट रूम में बुलाया और दुर्गा पूजा के लिए गिफ़्ट के रूप में सलवार सूट देने की पेशकश की. इसके बाद उसने महिला का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया. जब उसने इसका विरोध किया, तो उसके साथ जबरदस्ती की गई. बताया गया कि अभिषेक नशे में था.

इंडिया टुडे की ख़बर के मुताबिक़, महिला ने बताया कि 25 सितंबर को भी ऐसी ही घटना हुई थी. तब भी अभिषेक ने नशे में ऐसी ही कोशिश की थी. हालांकि, तब उसने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी. आरोप है कि उसने पुलिस स्टेशन में ड्यूटी ऑफ़िसर को इस घटना के बारे में बताया, लेकिन मामले को नज़रअंदाज कर दिया गया. महिला का भाई भी पुलिस स्टेशन शिकायत दर्ज कराने पहुंचा, लेकिन तब ड्यूटी ऑफ़िसर ने बातचीत के ज़रिए मामला सुलझाने की बात कही.

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इसके बाद महिला ने अपनी शिकायत की कॉपी सीनियर अधिकारियों को भेज़ी. फिर जांच शुरू हुई. भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 74 (यौन उत्पीड़न) के तहत FIR दर्ज की गई. मामले में डिप्टी पुलिस कमिशनर (दक्षिण) प्रियोब्रतो रॉय की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि विभागीय जांच के नतीजे आने तक आरोपी पुलिसकर्मी को ड्यूटी से हटा दिया गया है. यानी फिलहाल उसे कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया है.

हालांकि, उसे अभी भी उसकी मंथली सैलरी मिलेगी. यानी सस्पेंडेड अधिकारी से इतर. DCP प्रियोब्रतो का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. घटना के समय ड्यूटी पर मौजूद अधिकारी की भूमिका की भी जांच हो रही है. पुलिस स्टेशन के CCTV फ़ुटेज भी खंगाले जा रहे हैं.

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