'चोर-चोर मौसेरे भाई' होते होंगे. लेकिन चोर और जिसके यहां चोरी हो गई हो, वो ‘भाई’ मतलब ‘ब्रो’ कैसे हो सकते हैं? नहीं होते होंगे तब भी अरुणाचल के इस चोर ने अपने 'दुकान मालिक' से ‘भाई उर्फ ब्रो का रिश्ता’ जोड़ लिया है. अब मजबूरी जो न कराए. शराब, बीयर, सिगरेट, अंडे और मैगी जैसी ‘बहुत ज्यादा जरूरी’ चीजों के बिना काम कैसे चलता? नहीं चल रहा था, तभी तो पहले दुकान से ये सारी चीजें चुराई गईं. फिर एक कागज पर ‘दुकान मालिक ब्रो’ के लिए माफीनामा लिखकर ‘पाप काट लिए’.
'सॉरी दुकान मालिक... इतना कुछ नहीं लूटा है', दारू, सिगरेट, अंडे चुराने के बाद चोर ये लेटर छोड़ गया
अरुणाचल प्रदेश के एक दुकान पर चोरी की खूब चर्चा है. चोर ने दुकानदार के नाम एक चिट्ठी लिखी है, जिस पर उनसे माफी मांगी गई है.
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ऐसा ‘संवेदनशील और भावुक चोर’ कभी देखा है?
इंडिया टुडे के मुताबिक, मामला अरुणाचल प्रदेश के पापुमपारे जिले के दोईमुख कस्बे का है. यहां आमची में एक छोटी सी दुकान पर चोरी हो गई. सुबह मालिक जब अपने दुकान पर पहुंचा तो उसे चोर की चिट्ठी मिली. चोर ने जो भावुक संदेश उनके लिए लिख छोड़ा था.
आमतौर पर चोर का काम है कि चोरी करे और भागे. ‘कितना नुकसान किया’, ‘जिसका नुकसान किया उसका क्या होगा आदि-आदि' सोचना उसके ‘कार्यक्षेत्र’ के बाहर की बात है. लेकिन इस चोर ने ये सब सोचा होगा. तभी तो उसे ये जरूरी लगा कि अपनी ‘मजबूरी’ बता दिया जाए और माफी मांग ली जाए.

दुकानदार को जो चिट्ठी मिली और उस पर जो लिखा था, वह जब सोशल मीडिया पर आया तो लोगों की सहानुभूति पीड़ित से ज्यादा चोर पर शिफ्ट हो गई होगी. एक तो उसने ‘नाप-जोखकर’ चोरी की और ‘सिर्फ सिग्नेचर की 30 बोतलें, ट्यूबोर्ग की 5 बोतलें, मैगी के 8 पैकेट, 7 अंडे, सिगरेट के 2 पैकेट और 4 ड्राई केक (ऑनली) ही चुराए.’ ऊपर से माफीनामा भी लिखा कि,
सॉरी ब्रो. इतना कुछ नहीं लूटा है. क्या करेगा. मजबूर हूं... सॉरी दुकान मालिक.
अब ये लेटर सब जगह वायरल हो रहा है. चोरों का क्या हुआ, अब तक इस बात की जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन लेटर से 'मजबूरी' जरूरी पता चल रही है.
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