कर्नाटक पुलिस ने बेंगलुरु समेत राज्य के दूसरे हिस्सों में बसे 22 पाकिस्तानी नागरिकों की मदद करने और उन्हें शरण देने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया है (Man who helped Pakistani nationals arrested). बताया जाता है कि ये सभी 22 लोग, अपनी असली पहचान छिपाते हुए कथित तौर पर हिंदू नामों का इस्तेमाल कर रहे थे. पुलिस ने हाल ही में बेंगलुरु के बाहरी इलाक़े जिगनी से एक ही परिवार के 4 सदस्यों को गिरफ़्तार किया था. ये सभी पाकिस्तानी नागरिक थे.
हिंदू नाम रख कर्नाटक में रह रहे थे 22 पाकिस्तानी, जाली दस्तावेज बनाकर मदद करने वाला भी गिरफ्तार
Bengaluru समेत पूरे Karnataka में कई पाकिस्तानी नागरिक हिंदू नाम की आड़ में अपनी पहचान छिपा कर रह रहे थे. ये दावा कर्नाटक पुलिस ने किया है. पुलिस का कहना है कि फर्जी डॉक्यूमेंट बनाकर इन लोगों की मदद करने वाला भी अब गिरफ्त में है.

गिरफ़्तारी के बाद उनसे पूछताछ की गई. पूछताछ के दौरान पुलिस ने उन लोगों की मदद से और सुराग खंगाले और जांच जारी रखी. इसके बाद पीन्या इलाक़े से 3 और पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ़्तार किया गया. न्यूज़ एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कुछ पाकिस्तानी दावणगेरे में भी रह रहे हैं. बताया गया कि ये लोग भी फ़र्ज़ी नामों के साथ यहां रह रहे हैं. उन्हें भी फिलहाल के लिए हिरासत में लिया गया है.
मामले की आगे जांच की गई, तो पता चला कि परवेज नाम का व्यक्ति इन पाकिस्तानियों को उनके बदले हुए नाम के साथ सभी ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स हासिल करने में मदद कर रहा था. सीनियर अधिकारियों ने PTI को बताया कि परवेज को हिरासत में लिया गया है. उसने संभवतः 22 पाकिस्तानी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में एंट्री करने में मदद की है. उससे पूछताछ की जा रही है. फिलहाल जांच जारी है.
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पुलिस अधिकारियों का कहना है कि परवेज मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. वो हाल के दिनों में मुंबई में रहता था. शुरुआती जांच में पता चला कि उसने कथित तौर पर हिंदू पहचान के आधार पर कम से कम 5 परिवारों को भारत में बसने में मदद की. पुलिस को शक है कि उसने मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों में अन्य विदेशी नागरिकों को बसने में भी मदद की होगी. पुलिस अलग-अलग लोगों से पूछताछ कर रही है.
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