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G20 में उठा बुलडोजर का सवाल, अमेरिका ने क्या जवाब दिया?

G20 में भारत का ज़िक्र तो आया ही, बुलडोज़र का भी आ गया! झुग्गी-झोपड़ियों पर पूछा गया सवाल.

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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और दिल्ली में बुलडोज़र ऐक्शन (फोटो - AP/रॉयटर्स)

आज 2023 का G20 Summit शुरू हो चुका है. सारे राष्ट्राध्यक्ष आ चुके हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के साथ तस्वीरें भी खिंचवा चुके हैं. पूरी दिल्ली सजी हुई है. जहां-जहां भी विदेशी डेलिगेट्स के ठहरने का बंदोबस्त है, वहां से भारत मंडपम तक सड़कें 'शाइनिंग इंडिया' के माफ़िक चमक रही हैं. लेकिन इसी दिल्ली की कुछ तस्वीरें नहीं भी दिख रही हैं. या कहें, नहीं दिखाई जा रही हैं. 'New Delhi, that is Dilli' की तस्वीरें. दिल्ली की झुग्गी-झोपड़ियों की तस्वीरें.

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मेहमान-नवाज़ी के चक्कर में प्रशासन ने झुग्गियों के कुछ इलाक़ों को हरी चादर से ढक दिया है. ताकि चादर के पीछे की राजधानी न दिख जाए. इस पर ख़बरें हुईं. चादर के पीछे रहने वालों ने G-20 का अपना अनुभव बताया. विदेशी मीडिया में भी इस तैयारी पर ख़बरें छपी हैं. लेकिन अब ये सवाल US के अधिकारी से पूछ लिया गया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को इसके बारे में कुछ पता है?

बुलडोज़र पर क्या पूछ लिया गया?

अमेरिकी प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे और वहां के उप-राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर से सवाल पूछा गया,

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"क्या बाइडन और मोदी की मुलाक़ात में झुग्गियों पर बुलडोज़र चलाए जाने पर कुछ बात हुई? क्या प्रेसिडेंट बाइडन ने प्रधानमंत्री मोदी से ऐसा कुछ कहा कि लोकतांत्रिक देश ऐसा बर्ताव नहीं करते?"

जवाब में प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि अमेरिका और भारत के संबंध व्यापक और परस्पर हैं. प्रेसिडेंट जो बाइडन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की द्विपक्षीय वार्ता में कई मसलों पर चर्चा हुई. इसमें दोनों देशों में लोकतंत्र की स्थिति पर भी चर्चा एजेंडे का हिस्सा था. समय की पाबंदी थी, लेकिन बातचीत का ब्योरा भी छप चुका है. हालांकि, इसके बाद प्रेस सचिव ने कहा कि वो एक-एक मसले पर नहीं जाएंगे.

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हमने वॉइट हाउस की आधिकारिक वेबसाइट पर वार्ता की प्रेस ब्रीफ़िंग पढ़ी. कुल 29 बिंदु हैं. लेकिन झुग्गियों या लोकतांत्रिक देश के अपने नागरिक के साथ कैसा बर्ताव करना चाहिए, इस बारे में कोई बात नहीं मिली. लोकतंत्र, मानवाधिकार और लोकतांत्रिक संस्थाओं को मज़बूत बनाने की बात है. मगर कुछ भी साफ़-साफ नहीं.

बाक़ी, भारत और अमेरिका ने अपनी मज़बूत साझेदारी की पुष्टि की है. व्यापार, प्रौद्योगिकी, रक्षा और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर साझेदारी को और पक्का करने के तरीक़ों पर चर्चा की है. 

वीडियो: G20: अमेरिकी अफ़सर ने हिंदी में दिल्ली के ऑटोवाले और अपने फेवरेट फूड के बारे में क्या बताया?

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