भारत-पाकिस्तान हमलों (India Pakistan Tension) के बाद पाकिस्तानी आतंकी समूहों ने अपनी गतिविधि बढ़ा दी है. आतंकवादी संगठन अपने लिए जन समर्थन और फंड्स जुटाने की कोशिश कर रहे हैं. वो अपने समूह में नए लोगों को शामिल करने के लिए भारत विरोधी बयान दे रहे हैं.
कैंपों की तबाही से बौखलाए आतंकी, पाकिस्तान में कर रहे रैलियां, शुरू चंदा और भर्ती प्रोग्राम
Pakistan में आतंकवादी संगठन अपने लिए जन समर्थन और फंड्स जुटाने की कोशिश कर रहे हैं. वो अपने समूह में नए लोगों को शामिल करने के लिए भारत विरोधी बयान दे रहे हैं. जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) झूठा प्रचार कर रहे हैं कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष में उनके देश की जीत हुई है.

सार्वजनिक रूप से उपलब्ध फुटेज और अन्य कॉन्टेंट के आधार पर इंडिया टुडे ने इस मामले को रिपोर्ट किया है. खबर है कि जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) झूठा प्रचार कर रहे हैं कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष में उनके देश की जीत हुई है. रिपोर्ट से पता चलता है कि जैश ने डिजिटल स्पेस में अपनी गतिविधियां बढ़ाई हैं, तो वहीं लश्कर ने राजनीतिक मोर्चे के माध्यम से रैलियां आयोजित की हैं. संयुक्त राष्ट्र (UN) ने इन दोनों संगठनों को आतंकवादी समूह घोषित किया हुआ है.
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आंतकी हमले के बाद, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत इन दोनों समूहों के हेडक्वार्टर पर हमला किया था.
JeM अपनी जिहादी विचारधारा को फैलाने के लिए मैसेजिंग ऐप्स का सहारा ले रहा है. इन प्लेटफॉर्म्स पर वो चंदा मांग रहा है और भारत के खिलाफ जिहाद का आह्वान करने के लिए पाकिस्तान के युवाओं को अपने समूह में भर्ती होने के लिए कह रहा है. इसके लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम, टिकटॉक, एक्स , वाट्सऐप ग्रुप और चैनल के साथ-साथ ब्लॉगस्पॉट पेजों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.
ज्यादा लोगों तक पहुंचने के लिए जैश के सदस्य फेसबुक और इंस्टा पोस्ट के कमेंट सेक्शन में अपने वाट्सऐप ग्रुप और चैनल का लिंक डाल रहे हैं.
इंडिया टुडे की ओपन सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) टीम ने 30 से अधिक फेसबुक पेज, वाट्सऐप और टेलीग्राम ग्रुप की पहचान की है जो जैश-ए-मोहम्मद की विचारधारा, भारत विरोधी बयानबाजी और गजवा-ए-हिंद या भारत में इस्लामी शासन लागू करने के विचार का प्रचार करने में लगे हुए हैं.

हाफिज सईद द्वारा स्थापित LeT का एक राजनीतिक मोर्चा है. इसका नाम है, पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (PMML). लश्कर इसके सहारे सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित कर पा रहा है.
28 मई को PMML ने पाकिस्तान भर में दो दर्जन से अधिक स्थानों पर सार्वजनिक रैलियां आयोजित कीं. इसकी अगुवाई सैफुल्ला कसूरी ने की जिसे UN ने आतंकवादी घोषित किया हुआ है. इन रैलियों में पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर और हाफिज सईद के पोस्टर लगाए गए और भारत के खिलाफ भड़काऊ नारे लगाए गए.

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पहलगाम आतंकी हमले के पीछे भी सैफुल्ला कसूरी का हाथ बताया जा रहा है. पंजाब के कसूर जिले के इलाहाबाद चौक पर उसने एक सभा को संबोधित किया. इस दौरान उसने कहा,
मैं कसूर में घूम रहा था, तभी मुझे पता चला कि भारत ने पहलगाम की घटना के लिए मुझे दोषी ठहराया है. कसूर के लोगों! मैं आपको बधाई देता हूं. इस घटना से पहले कसूर पाकिस्तान का एक जिला भर था. अब कसूर दुनिया भर में मशहूर है.
इस रैली में लश्कर-ए-तैयबा का सह-संस्थापक आमिर हमजा भी मौजूद था, जिसे अमेरिका ने आतंकवादी घोषित किया है. उसने "कश्मीर बनेगा पाकिस्तान", "जम्मू बनेगा पाकिस्तान" और "पंजाब बनेगा पाकिस्तान" जैसे नारे लगाए.
मंच पर हाफिज सईद का बेटा तल्हा, और पाकिस्तान के पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष मलिक मोहम्मद अहमद खान भी मौजूद थे. तल्हा को भारत और अमेरिका ने आतंकवादी घोषित किया है.
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