The Lallantop

हरियाणा विधानसभा में प्रवचन देने वाले जैन साधु स्त्री विरोधी हैं

छत के बराबर मंच से जैन धर्मगुरु बोले: पति का पत्नी पर अंकुश जरूरी है. और क्या कहा, सब पढ़ो.

Advertisement
post-main-image
फोटो - thelallantop
पॉलिटिक्स में ड्रामा और सर्कस दोनों का केंद्र बनी हरियाणा की विधानसभा. यहां मानसून सत्र शुरुआत हो चुकी है. वो भी तड़कते-भड़कते अंदाज में. क्योंकि सत्र की शुरुआत हुई जाने-माने दिगंबर जैन धर्मगुरु तरुण सागर की अल्लम गल्लम बातों से. सागर ने वहां धर्म, पॉलिटिक्स, कन्या भ्रूण हत्या पर बात की. इसके अलावा पड़ोसी देश पाकिस्तान को भी खूब धोया. वो भी बिना सर्फ-साबुन के. खोपड़ी में सवाल वाला कीड़ा कुलबुला रहा होगा कि जब इतने बड़े धर्म गुरु हैं तो हरियाणा के विधानसभा में क्या कर रहे हैं. अरे उनको हरियाणा के एजुकेशन मिनिस्टर राम विलास शर्मा ने वहां बोलने के लिए न्योता भिजवाया था. और हां किसी भी विधानसभा में हुए प्रोग्राम से ये यूनिक था. क्योंकि नंगे बाबा जी ने तमाम बातों के छिलके उतारे. सभा में तरूण के लिए स्पेशल अरेंजमेंट किया गया था. उनकी सीट राजा के जैसी बनाई गई थी. हॉल में सबसे ऊंची. गवर्नर औऱ मुख्यमंत्री की भी कुर्सी से ऊपर. सागर के भाषण की शुरुआत पॉलिटिक्स से हुई. जो कहा वो शॉर्ट पॉइंट्स में बताते हैं. 1. धर्म पति है और राजनीति पत्नी. 2. राजनीति पर धर्म का संरक्षण जरूरी है. क्योंकि पति का फर्ज है वो पत्नी की रक्षा करे. 3. पत्नी का धर्म क्या है? कि वह पति का अनुशासन स्वीकार करे. 4. अगर राजनीति पर धर्म का अंकुश नहीं होगा तो वह मदमस्त हाथी हो जाएगी.

कन्या भ्रूण हत्या की प्रॉब्लम और सोल्यूशन भी बताया

सागर ने कन्या भ्रूण हत्या को सोसाइटी में हो रहे डिसबैलेंस की सबसे बड़ी वजह बताया. इस समस्या को दूर करने के लिए वो अपने साथ एक फॉर्मूला भी लाए थे. जो तीन लेवल पर काम करता है. पॉलिटिकल, सोशल और रिलिजियस. लाइन से पढ़िए. 1. सरकार उन लोगों को चुनाव न लड़ने दे जिनके बेटियां नहीं हैं. 2. लोग उन घरों में शादी का ऑफर लेकर न जाएं जहां बेटियां न हों. 3. धार्मिक लेवल पर संत लोग बिना बेटियों वाले घर से भिक्षा न लें. अगर ये फॉर्मूला लोग अपना लें तो निश्चित तौर पर रिजल्ट दिखेगा. हम 21वीं सदी में हैं. पर लड़का और लड़की के नाम पर लोगों की सोच को देखकर लगता है कि 14वीं सदी में हूं.

नेता दूसरी सबसे बड़ी समस्या

नेताओं पर निशाना साधते हुए सागर बेबाक बोले. उन्होंने कहा, देश की समस्याओं को सुलझाने के लिए बना संसद असल में सबसे बड़ी प्रॉब्लम है. उन्होंने सर्वे का हवाला देते हुए दावे से कहा, 160 सांसदों के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज है. इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि आपराधिक मामलों में फंसे सांसद विधान सभा और लोकसभा की सीढ़ियां ना चढ़ पाए.

अब बारी आई पाकिस्तान की धुलाई की

तरुण ने पाकिस्तान का जिक्र करते हुए कहा, 'हमारा पड़ोसी देश, सबको मालूम है कि आतंकवाद को आसन दे रहा है. भस्मासुर पैदा करता है. भारत को परेशान करने के लिए. एक बार गलती करे वो अज्ञान है. दो बार करे वो नादान है. तीन बार गलती करे वह शैतान है और जो बार-बार गलती करे वह पाकिस्तान है. और जो हर बार माफ करे वो हिन्दूस्तान है.' माने आखिरी तक कविता भी झेला गए.

मोदी की तारीफ की

नेताओं की रिटायर होने की उम्र तय करने के लिए तरुण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की. अपने विधानसभा में आने पर उन्होंने कहा कि इससे खट्टर सरकार पर भगवाकरण का आरोप लग सकता है लेकिन यह भगवाकरण नहीं शुद्धिकरण है.

लल्लन कहिस

बंद करो सब संसद वंसद. कोरट कचहरी में ताला डालो. कपड़े वपड़े निकालकर सीधे बाबा के पास पहुंचो. हर समस्या का समाधान हो जाएगा. जनता का पैसा फालतूगीरी में बरबाद न करे सरकार. सिर्फ बाबा से सलाह ले. लेकिन बाबा जी जब अंकुश में ही रखना है, तो बेटियां पैदा क्यों करना? आप एक तरफ भ्रूण हत्या के लिए चिंता में घुल रहे हैं. और दूसरी तरफ उनको पैदा होने के बाद कुचलने में लगे हैं. इंसानियत भी कपड़ों के साथ उतार दी क्या?

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement