ईरानी के विदेश मंत्री अब्बास अराघची (Abbas Araghchi) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) को चेतावनी दी है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि ट्रंप को ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई की इज्जत करनी पड़ेगी, तभी अमेरिका के साथ कोई समझौता हो पाएगा. उनका मानना है कि सम्मान देने से ही सम्मान मिलता है.
'खामेनेई की इज्जत करोगे तभी होगी डील... ' ईरान ने 'बड़बोले' ट्रंप को तगड़ा सुना दिया
Iran ने कहा है कि सम्मान देने वालों को ही सम्मान मिलता है. और अगर Donald Trump को कोई समझौता करना है, तो उन्हें कुछ बातों पर ध्यान देना ही होगा.

अराघची ने कहा है कि ट्रंप को खामेनेई के करोड़ों फॉलोवर्स को ठेस पहुंचाना बंद करना होगा. 28 जून को उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है,
सब जानते हैं कि ईरानी लोग बहुत मेहनती और सब्र वाले होते हैं. जैसे हमारे खूबसूरत कालीन, जो महीनों की मेहनत से बुने जाते हैं. लेकिन एक बात बिलकुल साफ है- हम अपनी कीमत जानते हैं, अपनी आजादी की कद्र करते हैं, और कभी किसी को ये हक नहीं देते कि वो हमारा भविष्य तय करे.
ईरानी विदेश मंत्री ने ट्रंप का जिक्र करते हुए लिखा,
ट्रंप को इजरायल का 'डैडी' कहाअगर राष्ट्रपति ट्रंप सच में समझौता करना चाहते हैं, तो उन्हें ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई के लिए अपमानजनक और गलत भाषा का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए. ट्रंप को सुप्रीम लीडर के करोड़ों फॉलोवर्स की भावनाएं को आहत करना बंद करना चाहिए.
अराघची ने लिखा कि ईरान की मिसाइलों से बचने के लिए इजरायल को अमेरिका की शरण में जाना पड़ा. उन्होंने कहा,
ईरान के महान और शक्तिशाली लोगों ने दुनिया को दिखाया कि हमने इजरायली सत्ता के पास कोई विकल्प नहीं छोड़ा. हमारी मिसाइलों से बचने के लिए उसे अपने 'डैडी' (डॉनल्ड ट्रंप) के पास भागना पड़ा. हम धमकी और बेइज्जती को बर्दाश्त नहीं करते. किसी भ्रम के कारण यदि कोई बड़ी गलती की जाती है, तो ईरान अपनी असली ताकत के इस्तेमाल में संकोच नहीं करेगा. अगर ऐसा हुआ तो निश्चित रूप से हर किसी को ईरान की असली ताकत का पता चल जाएगा.
अच्छी इच्छा से अच्छी इच्छा पैदा होती है, और सम्मान से सम्मान पैदा होता है.

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अमेरिका-ईरान के बीच फिलहाल कोई सौदा नहींइजरायल-ईरान संघर्ष में अमेरिकी हस्तक्षेप के बाद से, ईरान ने सख्त रुख अपनाया हुआ है. अमेरिका ने ईरान के तीन न्यूक्लियर साइटों पर हमला किया था. इसके जवाब में ईरान ने कतर में अमेरिकी एयरबेस को निशाना बनाया. रिपोर्ट है कि इन हमलों के बाद से ही अमेरिका लगातार ईरान से सीधी बातचीत करने की कोशिश कर रहा है.
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी एक बयान में कहा कि उन्होंने ईरान के साथ समझौता करने की हर एक कोशिश की है. ट्रंप ने भी एक बयान में कहा था कि अगले कुछ दिनों में ईरान के साथ अमेरिका की बैठक होने वाली है. लेकिन अब्बास अराघची ने ट्रंप के इस दावे को भी खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा कि फिलहाल अमेरिका के साथ किसी तरह के समझौते के लिए कोई बातचीत निर्धारित नहीं है.
वीडियो: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई ने अमेरिका को तगड़ा सुना दिया