इज़रायल और हमास के बीच पिछले सात महीनों से (Israel Hamas conflict) युद्ध जारी है. इज़रायल के डेढ़ हज़ार से ज़्यादा लोग मारे गए हैं. तकरीबन 30 हज़ार फिलिस्तीनी मारे गए हैं. हमास और इज़राइल के बीच इस भयानक युद्ध को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बातें तो खूब हो रही हैं लेकिन युद्ध नहीं रुक रहा. ऐसे में एक और दुख भरी ख़बर सामने आई है. इज़रायली हमले में एक और भारतीय की मौत हो गई है (UN Indian staff member killed in Gaza) . मृतक का नाम कर्नल वैभव काले (Colonel Waibhav Kale) (रिटायर्ड) था.
Israel या Hamas? गाजा में भारतीय कर्नल की मौत का जिम्मेदार कौन?
Colonel Vaibhav Anil Kale की मौत Israel के Attack में हुई या ये Hamas का हमला था?

46 साल के कर्नल वैभव अनिल काले दो महीने पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा विभाग (UN Department for Safety and Security) में सुरक्षा समन्वय अधिकारी के रूप में शामिल हुए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, वैभव काले 13 मई की सुबह अपने सहयोगी के साथ संयुक्त राष्ट्र के वाहन में राफ़ा स्थित यूरोपियन हॉस्पिटल जा रहे थे. जब हमला हुआ, वैभव संयुक्त राष्ट्र के स्टिकर वाली कार में बैठे थे. उनकी कार पर संयुक्त राष्ट्र का झंडा भी लगा हुआ था. इसके बावजूद उनकी कार पर हमला किया गया. फाइनैंशियल टाइम्स की ख़बर के मुताबिक़, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि ये ज़मीनी हमला था या हवाई.
11 जम्मू कश्मीर राइफल्स में तैनात रहे काले ने 2022 में समय से पहले सेवानिवृत्ति ले ली थी. सेना में अपने 22 साल लंबे करियर के दौरान वो संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में भी रहे. उनकी तैनाती कॉन्गो में थी. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक़, काले जम्मू कश्मीर में आतंक रोधी कार्रवाई में भी तैनात रहे थे. प्री मैच्योर रिटायरमेंट के बाद उन्होंने कुछ वक्त एमेज़ॉन के लिए भी काम किया था. वो अपने पीछे पत्नी और दो बच्चे छोड़ गए हैं.
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UN के मुताबिक़, इज़रायल हमास संघर्ष के दौरान ये पहली बार है जब संयुक्त राष्ट्र के किसी अंतराष्ट्रीय कार्यकर्ता की मौत हुई है. वैसे UN ने इस हमले के लिए किसी पक्ष को दोष नहीं दिया. संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक़ ने 13 मई को एक बयान में इस घटना के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने कहा,
“गाजा में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग के लिए कार्यरत कर्नल वैभव काले की मौत से हम दुखी हैं. इस कठिन समय के दौरान हमारी संवेदनाएं परिवार के साथ हैं. गाज़ा में संघर्ष से आम नागरिकों के साथ साथ राहत कार्यकर्ताओं को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है."
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हमले की कड़ी निंदा की और काले की मौत पर शोक व्यक्त किया. गुटेरेस ने इस मामले की जांच की भी मांग की है. उन्होंने मृतकों के परिजनों को शोक संदेश भी भेजा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दक्षिणी गाजा में इज़रायली गोलाबारी में अब तक कुल 190 सहायता कर्मी मारे गए हैं. मरने वालों में ज़्यादातर फ़िलिस्तीनी नागरिक हैं. इजरायली सेना ने भी इस संबंध में बयान जारी किया है. हमला सोमवार को रफ़ा क्षेत्र में हुआ और इज़राइल ने कहा कि वह गोलीबारी और संयुक्त राष्ट्र कार्यकर्ता की मौत की जांच कर रहा है.
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