इजरायल-हमास जंग (Israel-Hamas war) के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार, 6 नवंबर को ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैय्यद इब्राहिम रायसी से बात की. PM मोदी ने बताया कि ईरान के राष्ट्रपति (President of Iran) से उनकी पश्चिम एशिया के संकटपूर्ण हालात और इजरायल-हमास संघर्ष पर बातचीत हुई. पश्चिम एशिया के मौजूदा हालात पर दोनों ने अपने विचार साझा किए.
इजरायल को धमका रहे ईरान से PM मोदी ने क्या बात की है?
इजरायल-हमास जंग के बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार, 6 नवंबर को ईरान के राष्ट्रपति डॉ. सैय्यद इब्राहिम रायसी से बात की. PM मोदी के मुताबिक ईरान के राष्ट्रपति से उनकी पश्चिम एशिया के कठिन हालात और इजरायल-हमास संघर्ष पर बातचीत हुई.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरानी राष्ट्रपति के साथ हुई बातचीत की जानकारी देते हुए X पर लिखा,
"पश्चिम एशिया में कठिन हालात और इजरायल-हमास संघर्ष पर ईरान के राष्ट्रपति के साथ बातचीत हुई. आतंकवादी घटनाएं, हिंसा और नागरिकों की जान का नुकसान गंभीर चिंता के विषय हैं. तनाव बढ़ने से रोकना, लगातार मानवीय सहायता सुनिश्चित करना और शांति एवं स्थिरता की जल्द बहाली महत्वपूर्ण है. चाबहार बंदरगाह सहित हमारे (भारत-ईरान) द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति का स्वागत है."
5 नवंबर को ही भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दोलाहियान से बात की थी. उन्होंने पश्चिम एशिया की गंभीर स्थिति पर चिंता जताई थी. इस बातचीत के बारे में एस जयशंकर ने एक्स (x) पर पोस्ट किया था,
"आज (5 नवंबर को) ईरानी विदेश मंत्री अमीर अब्दोलाहियान से बात हुई. पश्चिम एशिया की गंभीर स्थिति और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता पर चर्चा की. तनाव को रोकने और मानवीय मदद देने के महत्व से अवगत कराया. (हम) संपर्क में बने रहने पर सहमत हुए."
इससे पहले 3 नवंबर को PM मोदी ने UK के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से पश्चिम एशिया के हालात पर बात की थी. अपनी बातचीत की जानकारी देते हुए PM मोदी ने X पर लिखा था,
"यूके के पीएम ऋषि सुनक से बात हुई द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की और पश्चिम एशिया की स्थिति पर विचार साझा किए. हम इस बात से सहमत हैं कि आतंक और हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है. नागरिकों की मौत एक गंभीर चिंता का विषय है. क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा, स्थिरता और निरंतर मानवीय सहायता की दिशा में काम करने की जरूरत है."
इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष 6 नवंबर को 31वें दिन में प्रवेश कर गया है. हमास ने 7 अक्टूबर, 2023 को अचानक इजरायल पर हमला कर 200 से अधिक इजरायली को बंधक बना लिया था. इसके बाद से गाजा के खिलाफ इजरायल की कार्रवाई जारी है. दुनियाभर में गाजा पर हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. युद्ध को खत्म करने की मांग हो रही है.
फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी UNRWA (यूनाइटेड नेशन्स रिलीफ एंड वर्क्स एजेंसी) ने 5 नवंबर को जारी एक रिपोर्ट में बताया कि 7 अक्टूबर से गाजा में लगभग 15 लाख लोग विस्थापित हुए हैं. एजेंसी ने गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से जानकारी दी है कि अब तक गाजा में 9,488 लोग मारे गए हैं. इनमें से 70 प्रतिशत महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग हैं. 24,158 से अधिक लोग घायल हुए हैं. इसके अलावा 2 हजार लोग लापता हैं. वहीं इजरायली अधिकारियों के मुताबिक इजरायल में लगभग 1,400 इजरायली और विदेशी नागरिक मारे गए हैं.