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फिर भारत यात्रा कर सकेंगे चीनी नागरिक, सरकार ने टूरिस्ट वीजा पर से बैन हटाया

16 जून 2020 को गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हो गए थे. इसके बाद भारत ने चीन के खिलाफ कई सख्त फैसले लिए थे. उसने चीनी निवेश पर सख्ती की और सैकड़ों चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाए.

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पांच साल बाद चीनी नागरिकों के लिए वीज़ा शुरू किया जा रहा. (India Today)

भारत 24 जुलाई 2025 यानी कल से चीनी नागरिकों को टूरिस्ट वीज़ा देना शुरू कर देगा. पांच साल से चले आ रहे इस प्रतिबंध को अब खत्म कर दिया गया है. चीन में भारतीय दूतावास ने वहां के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Weibo पर इसकी घोषणा की और वीज़ा आवेदन की प्रक्रिया भी बताई. पोस्ट में लिखा है,

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"24 जुलाई 2025 से चीनी नागरिक भारत की यात्रा के लिए टूरिस्ट वीज़ा के लिए आवेदन कर सकते हैं. उन्हें पहले ऑनलाइन वीज़ा फॉर्म भरना होगा और उसकी प्रिंट कॉपी लेनी होगी. फिर ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेकर पासपोर्ट, आवेदन पत्र और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ भारतीय वीज़ा आवेदन केंद्र (IVAC) में आवेदन जमा करना होगा."

बता दें कि 16 जून 2020 को गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हो गए थे. इसके बाद भारत ने चीन के खिलाफ कई सख्त फैसले लिए थे. उसने चीनी निवेश पर सख्ती की और सैकड़ों चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाए थे. हालांकि टूरिस्ट वीजा पर बैन की घोषणा कोविड काल के दौरान की गई थी.

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उधर चीनी सरकारी मीडिया Global Times ने भी इस खबर की पुष्टि की और बताया कि बीजिंग, शंघाई और गुआंगझोउ के वीज़ा केंद्रों में चीनी नागरिक व्यक्तिगत रूप से आवेदन जमा कर सकते हैं. यह 2020 के बाद पहली बार होगा जब भारत चीनी पर्यटकों को वीज़ा देगा.

2020 में, भारत ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सभी पर्यटक वीज़ा निलंबित कर दिए थे. चीन ने भी महामारी के दौरान भारतीय नागरिकों और अन्य विदेशियों के वीज़ा निलंबित कर दिए थे. लेकिन 2022 में स्टूडेंट और बिज़नेस टूरिस्ट के लिए उन वीज़ा प्रतिबंधों को हटा दिया था.

जनवरी 2025 में भारत और चीन ने बीजिंग और नई दिल्ली के बीच सीधी उड़ानें दोबारा शुरू करने पर सहमति जताई थी. उस दौरान विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने चीन का दौरा किया था. उसी यात्रा में दोनों देशों ने भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने पर भी सहमति दी थी.

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