तस्वीर facebook.com/mohan.baliyara से साभार है.
राजस्थान के बाड़मेर की एक तस्वीर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इसमें नई-नई बनी सड़क के बीचोबीच एक बिजली का खंभा दिख रहा है. बताया गया है कि इसे हटाए बिना ही PWD के ठेकेदार ने सड़क बनवा दी. इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर होते ही वायरल मटेरियल बन गई. इसके बाद से राजस्थान के सरकारी विभाग और अशोक गहलोत सरकार निशाने पर हैं. लोगों ने एक से एक कॉमेंट किए हैं.
विकास के दो काम एक साथ
लोगों ने इस सड़क के निर्माण कार्य से जुड़े लोगों की जमकर टांग खींची है. राजस्थान के एक निवासी दुर्गेश पटेल ने ट्विटर पर लिखा,
"राजस्थान के एक गांव में PWD और ऊर्जा विभाग के सामंजस्य से सड़क व बिजली एक साथ आ गई. सभी ग्रामवासियों को बधाई."
हुसैन खान ने व्यंग्य करते हुए लिखा,
"राजस्थान बाड़मेर सड़क निर्माण भविष्य की प्लानिंग है, भविष्य में इससे इलेक्ट्रिक (वाहन) भी चल सकेंगे."
वहीं विवेक श्रीवास्तव नाम के ट्विटर यूजर ने कहा,
"राजस्थान सरकार में विकास कार्य कुछ ऐसे हो रहे हैं. PWD और बिजली विभाग के बेहतरीन तालमेल को देखिए. बस इसी तरह 2023 में इस सड़क पर 100 की स्पीड से गाड़ी दौड़ाने की तैयारी है."
अनुराग ढांडा ने कहा,
"गहलोत साहब ने वर्टिकल ब्रेकर बनवाया है, आप बेवजह आलोचना कर रहे हैं."
एक और यूजर पूजा गुर्जर ने लिखा,
"सड़क और बिजली के साथ पानी भी मांगा था. सरकार से मेरा अनुरोध है कि खंभे के पास बची हुई जगह पर हैंडपंप भी लगवा दो."
हालांकि इस तरह का ये पहला मामला नहीं है. देश में ऐसे अजीबोगरीब विकास कार्य देखने को मिलते रहते हैं. कुछ और उदाहरण देखें.
मामला क्या है?
आजतक से जुड़े दिनेश बोहरा की रिपोर्ट के मुताबिक ये तस्वीर बाड़मेर जिले के बांद्रा गांव की है. यहां एक दिन पहले ही सड़क का निर्माण हुआ है. लेकिन ऐसा करने से पहले सड़क के बीच लगे बिजली के पोल को हटाया नहीं गया. ठेकेदार को विकास कार्य की ऐसी जल्दी थी कि ये भी नहीं सोचा कि पोल के रहते कोई बड़ा वाहन इस सड़क से गुजरेगा कैसे. जानकारी के अनुसार गांव में ग्रेवल सड़क कई सालों पहले बनी थी. उसके ऊपर नई सड़क का निर्माण 2 दिन पहले ही शुरू हुआ था. ऐसे में गांव के सरपंच की ओर से विद्युत विभाग को जानकारी दी गई थी कि भाई सड़क बन रही है, बिजली का पोल हटा लो. लेकिन विद्युत विभाग ने वही किया जो हमारे देश के कई सरकारी विभाग करने के लिए जाने जाते हैं. मतलब कुछ नहीं. सरपंच की अर्जी पर बिजली विभाग की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की गई. उस पर सड़क बनवाने वाले ठेकेदार ने और गजब काम किया. आनन-फानन में 11 केवी के लाइट पोल को हटाए बिना एक दिन पहले ही सड़क का निर्माण करवा दिया. ये जानकारी सामने आई तो मीडिया गांव पहुंच गया. वहां के एक निवासी विशनाराम ने आजतक को बताया कि सड़क निर्माण से पहले विद्युत विभाग को इसकी जानकारी दी गई थी, लेकिन विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की. ऊपर से पीडब्ल्यूडी ने सड़क का निर्माण और करवा दिया. अब कहा जा रहा है कि इस रास्ते से जाने वाले राहगीरों के लिए ये बिजली का पोल खतरनाक साबित हो सकता है. वहीं वाहन लेकर सड़क से गुजरने वाले सीधे गाड़ी नहीं निकाल पाएंगे. उन्हें एक ही दिशा में जाने के लिए दो साइडों में से किसी एक को चुनना पड़ेगा.