अगर आप किसी प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं, तो एक शख्स से आपका पाला जरूर पड़ा होगा. इन्हें कहते हैं ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर यानी HR Manager. सारे मेल इग्नोर कर दीजिए, कई लोग तो अपने मैनेजर के मेल भी इग्नोर कर देते हैं. लेकिन HR के मेल का नोटिफिकेशन आते ही तुरंत उसे खोला जाता है. इस उम्मीद में कि क्या पता, कोई नया बोनस ही मिल जाए. लेकिन साथ में एक धुकधुकी सी भी लगी रहती है कि अगर कंपनी ने नौकरी से निकाला, तब भी HR का ही मेल आएगा. सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि एक कंपनी में HR ने 300 लोगों को नौकरी से निकाले जाने का मेल भेज दिया. और तो और, इन 300 लोगों में उस कंपनी के CEO तक शामिल थे.
HR ने गलती से सबको भेज दिया टर्मिनेशन लेटर, CEO तक को नहीं छोड़ा
इस अजीबोगरीब घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोग कई तरह के रिएक्शंस दे रहे हैं. रेडिट पर यह पोस्ट 36,000 अपवोट्स और सैकड़ों कमेंट्स के साथ वायरल हो गई.


एक सोशल मीडिया यूजर ने रेडिट प्लेटफॉर्म पर अपने ऑफिस की ये अजीब घटना शेयर की. कंपनी के ह्यूमन रिसोर्स (HR) डिपार्टमेंट ने CEO समेत सभी कर्मचारियों को ‘टर्मिनेशन’ लेटर भेज दिया. रेडिट यूजर ने पोस्ट में बताया कि HR टीम एक नया ऑफबोर्डिंग ऑटोमेशन टूल टेस्ट कर रही थी जो टेम्प्लेटेड (पहले से सेव किए कुछ शब्दों वाला मेल फॉर्मेट) ‘एग्जिट’ ईमेल भेजता है. एग्जिट ईमेल एक तरह से कर्मचारी को आखिरी मेल होता है जिसमें कंपनी छोड़ने के दौरान होने वाली औपचारिकताओं, ऑफिस के लैपटॉप आदि जमा करने जैसी जानकारी दी जाती है. यूजर ने पोस्ट में लिखा कि कोई टेस्ट मोड से लाइव मोड में स्विच करना भूल गया. यूजर ने लिखा
आज सुबह, 300 कर्मचारियों (लीडरशिप समेत) को एक ईमेल मिला जो इस तरह शुरू हुआ था, ‘आपका आखिरी वर्किंग डे तुरंत लागू होता है.’
यूजर ने यह भी बताया कि इस मेल के आने पर कंपनी में हंगामा मच गया था, एक मैनेजर ने तो पूछ लिया,
क्या मुझे अपना सामान पैक करना शुरू कर देना चाहिए?
यूजर ने बताया कि हंगामे के बाद IT डिपार्टमेंट को कैपिटल और बोल्ड अक्षरों में एक मैसेज पोस्ट करना पड़ा,
किसी को नौकरी से नहीं निकाला गया है. कृपया अपने बैज वापस न करें.

इस अजीबोगरीब घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोग कई तरह के रिएक्शंस दे रहे हैं. रेडिट पर यह पोस्ट 36,000 अपवोट्स और सैकड़ों कमेंट्स के साथ वायरल हो गई. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक ऑनलाइन यूजर्स ने इस मसले पर कॉमेंट सेक्शन में अपने-अपने अनुभव शेयर किए. एक यूजर ने कहा,
अगर आप ऐसे देश में रहते हैं जहां मजदूरों के अधिकार अच्छे हैं, तो यह एक ब्लेसिंग की तरह हो सकता है. मैं अपनी कंपनी छोड़ना चाहता था और तभी सही समय पर उन्होंने मुझे बताया कि मुझे नौकरी से निकाला जा रहा है, इसलिए मुझे 3 महीने की सैलरी मिलेगी और मैं तुरंत काम करना बंद कर सकता था. यह बहुत बढ़िया था.
दूसरे यूजर ने कहा,
ईमानदारी से कहूं तो, मैंने कुछ ऐसी नौकरियां की हैं जहां मेरी एनर्जी ऐसी थी कि अगर तुम सच में मुझे निकालना चाहते हो, तो मैं वैसे भी तुम्हारे लिए काम नहीं करना चाहता. मेरी कुछ ऐसी नौकरियां भी रही हैं जहां मैं बस इस मैसेज पर थम्स अप करता और अपना सामान पैक करना शुरू कर देता.
तीसरे यूजर ने कंपनी के इस टेंपलेट मेल पर ही सवाल खड़े किए. यूजर ने मजाक में कह कि कोई भी कंपनी जिसे इस तरह के टूल की जरूरत महसूस होती है, वह तो फेल होने ही वाली है.
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