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फ्रांस में कार से आतंक! शख्स ने 35 मिनट तक पैदल यात्रियों को रौंदा, गिरफ़्तारी पर बोला- "अल्लाहु अकबर"

हमला सुबह करीब 8:40 बजे शुरू हुआ. आरोपी ने करीब 35 मिनट तक कार से हमला किया. उसने अलग-अलग जगहों पर पैदल चलने वालों और साइकिल सवारों को निशाना बनाया. फिलहाल हमले की वजह साफ नहीं है.

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कार की जांच करते जांचकर्ता. (फोटो- AP)

फ्रांस के अटलांटिक आइलैंड ओलेरॉन में एक शख्स ने अपनी कार से कई पैदल यात्रियों और साइकिल सवारों को टक्कर मार दी. घटना बुधवार 5 नवंबर की है. हादसे में 9 लोगों को गहरी चोटे आई हैं. पुलिस ने आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. दावा है कि हिरासत में लेते वक्त शख्स ने धार्मिक नारा ‘अल्लाहु अकबर’ लगाया था.

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कब हुई घटना

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, गृह मंत्री लॉरेंट नुनेज ने एक्स पर एक पोस्ट में घटना की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि यह हमला सुबह करीब 8:40 बजे शुरू हुआ. आरोपी ने करीब 35 मिनट तक कार से हमला किया. उसने अलग-अलग जगहों पर पैदल चलने वालों और साइकिल सवारों को निशाना बनाया. गृह मंत्री लॉरेंट ने कहा कि गिरफ्तारी के दौरान उस व्यक्ति ने “अल्लाहु अकबर” (जिसका अर्थ है “ईश्वर सबसे बड़ा है”) चिल्लाया. 

France Home Minister
फ्रांस के गृह मंत्री का पोस्ट.  
हमले की वजह

लेकिन अधिकारियों का कहना है कि हमले की वजह फिलहाल साफ नहीं है. स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी की पहचान 35 वर्षीय स्थानीय मछुआरे के रूप में हुई है. वह पहले से कुछ छोटे-मोटे अपराधों, जैसे नशे में गाड़ी चलाने और ड्रग्स के मामलों में पुलिस के रिकॉर्ड में था. लेकिन आतंकी निगरानी सूची में नहीं था.

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स्थानीय सांसद ओलिवियर फालोर्नी ने कहा कि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि यह कोई व्यक्तिगत दुश्मनी थी राजनीतिक हमला था. अधिकारियों का कहना है कि अभी यह जांच की जा रही है कि हमलावर मानसिक रूप से अस्थिर था या उसके पीछे कोई और वजह थी.

कौन कर रहा जांच

रिपोर्ट के मुताबिक, घायल लोगों में से एक व्यक्ति फार-राइट नेशनल रैली पार्टी के सांसद के सहायक बताए जा रहे हैं. फिलहाल इस मामले की जांच ला रोशेल के स्थानीय अभियोजक ऑफिस की ओर से की जा रही है. गृह मंत्री ने कहा कि एंटी टेररिस्ट विभाग इस मामले को अभी अपने हाथ में नहीं ले रहा है. इसका फैसला जांच के बाद लिया जाएगा. 

वहीं, कई मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि आरोपी ने सड़क के अलग-अलग हिस्सों पर चल रहे लोगों को को “जानबूझकर टक्कर मारी” थी. गौरतलब है कि हाल के वर्षों में फ्रांस में इस तरह के कई हमले देखे गए हैं. 2016 में एक ट्यूनीशियाई व्यक्ति ने दक्षिणी शहर नीस में भीड़ पर 19 टन का ट्रक चढ़ा दिया था. इसमें 86 लोग मारे गए थे. हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (ISIS) ने ली थी.

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