- वे उच्च शिक्षित हैं. - पहले भी गृह मंत्री रह चुके हैं. - वे अविवाहित हैं. - पुलिस अधिकारी रह चुके हैं.वहीं, परीक्षा पेपर के 66वें सवाल में पूछा गया,
‘हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी हैं. यहां ‘खदरी’ से क्या अभिप्राय है?’ - जाति - समुदाय - गोत्र - खद्दरक्या बोले कैंडिडेट्स? परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने इन सवालों और उनके विकल्पों पर आपत्ति जताई है. कहा है कि इनका सामान्य ज्ञान से लेना-देना नहीं है. मनजीत सहगल की रिपोर्ट के मुताबिक कैंडिडेट्स ने इसकी शिकायत HSSC के उच्चाधिकारियों से करने की बात कही है. उन्होंने आयोग और प्रशासन पर भी सवाल उठाए हैं. चेयरमैन ने कही ये बात उधर, HSSC के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने परीक्षा के शांतिपूर्ण होने के लिए आयोग की प्रशंसा की. कहा कि परीक्षा कड़ी पहरेदारी में कराई गई थी. नकल रोकने के लिए पूरा अमला अलर्ट पर था. भोपाल सिंह के मुताबिक, पेपर के दौरान सभी परीक्षा केंद्रों का मुख्यालय में लाइव टेलीकास्ट हुआ. और जहां तक प्रश्नों का सवाल है, तो उस पर उन्होंने कहा,
"ये (रिक्रूटमेंट) एजेंसी की जिम्मेदारी है. आम तौर पर वही प्रश्नपत्र तैयार करती है."पहले भी परीक्षा में पूछा गया अजीब सवाल ये पहली बार नहीं है जब HSSC द्वारा आयोजित किसी लिखित परीक्षा को लेकर विवाद खड़ा हुआ हो. इससे पहले बीती 7 अगस्त को कांस्टेबल भर्ती के लिए हुई परीक्षा की भी लोगों ने आलोचना की थी. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, परीक्षा में कुछ अजीब और असामान्य प्रश्न पूछे गए थे. एक प्रश्न में उम्मीदवारों से गाय-भैंस के परिवारों के बारे में पूछा गया था. वहीं, एक अन्य प्रश्न में उम्मीदवारों से पूछा गया था कि वे 400 किलोग्राम वजन वाली गाय के लिए सूखे चारे की आवश्यकता के संबंध में एक विचार दें. इसके अलावा एक सवाल में पूछा गया था कि भद्रावती भैंस के दूध में कितना प्रतिशत वसा होता है. वैसे ये परीक्षा पेपरलीक की वजह से भी विवादों में रही, जिसके चलते बाद में इसे रद्द कर दिया गया था.
(ये स्टोरी हमारे यहां इंटर्नशिप कर रहीं सृष्टि ने लिखी है.)