नरसिंहानंद- इन्हें (वसीम रिजवी उर्फ़ जितेंद्र नारायण त्यागी को) क्यों गिरफ्तार कर रहे हो आप?
पुलिस अधिकारी- हमने बता दिया है. वो लीगल प्रोटोकॉल के तहत गिरफ्तारी करनी है, इनका तीन मुकदमों में नाम है.
नरसिंहानंद- मैं तीनों में इनके साथ हूँ. क्या इन्होंने अकेले ऐसा किया?
पुलिस अधिकारी- स्वामी जी, आप आइए तो. बाकी चीजें हो जाएंगी. हम आपको त्यागी जी के साथ नहीं आने को नहीं कह रहे हैं. आप साथ-साथ आ जाइए.
दूसरा पुलिस वाला- त्यागी जी समझिए प्लीज.
नरसिंहानंद- त्यागी जी तो समझ रहे हैं..लेकिन मैं नहीं. वह हमारे भरोसे तो हिंदू बने हैं भाई...
पुलिस अधिकारी- आप आइए.
नरसिंहानंद- तुम सब मरोगे और अपने बच्चों को भी....
यति नरसिंहानंद सबसे पहले पिछले साल गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर मामले से चर्चा में आए थे. मंदिर में पानी पीने गए एक मुस्लिम बच्चे को पीटा गया था और नरसिंहानंद ने उसकी पिटाई को सही ठहराया था. इसके बाद नरसिंहानंद ने इस्लाम धर्म और मुस्लिम समुदाय के खिलाफ एक के बाद एक भड़काऊ बयानबाजी की. राजनीति में शामिल महिलाओं के साथ-साथ आम महिलाओं के चरित्र पर भी उन्होंने सवाल उठाए. इन तमाम मामलों में उनके खिलाफ FIR दर्ज हुई. हालांकि, अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई.
Waseem Rizvi और Yati Narsinghanand.
दूसरी तरफ, वसीम रिजी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी उत्तर प्रदेश के शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन हैं. बीते महीने उन्होंने धर्मांतरण की घोषणा की. इस्लाम धर्म के खिलाफ बयानबाजी करते हुए हिंदू धर्म अपनाने की बात कही. फिर हरिद्वार में हुए कार्यक्रम में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण दिए. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता नरसिंहानंद ने की थी.
कार्यक्रम में खुद को हिंदू धर्म का ठेकेदार बताने वाले तमाम लोग शामिल हुए. अपने नाम के पीछे संत और साध्वी लगाने वालों ने एक से एक जहरीले भाषण दिए. मरने-मारने की बात कीं. नरसंहार की अपील की और उसे जायज ठहराया. हिंदू समुदाय के लोगों से हथियार उठाने को कहा. आर्मी और पुलिस के लोगों से नरसंहार में शामिल होने के लिए कहा. पुलिस ने इस मामले में शुरूआत में तो कुछ नहीं किया. हालांकि, बाद में आलोचना होने पर FIR दर्ज की गई.
हरिद्वार के बाद एक ऐसा ही कार्यक्रम छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी हुआ. इस कार्यक्रम में भी एक समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी हुई. साथ ही साथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया गया और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन भी किया गया. ऐसा करने के आरोपी कालीचरण को छत्तीसगढ़ पुलिस ने मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया.