प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने नेपाल की अंतरिम सरकार को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. हिंसक विरोध प्रदर्शन से गुजरने के बाद नेपाल में सुशीला कार्की (Sushila Karki) को अंतरिम प्रधानमंत्री की शपथ दिलाई गई है. Gen Z की अगुवाई में प्रदर्शन के बाद देश में नए सिरे से जनादेश की घोषणा की जिम्मेदारी कार्की को दी गई है. पीएम मोदी ने इस नई जिम्मेदारी के लिए उनको शुभकामनाएं दी हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि भारत नेपाल में शांत व्यवस्था कायम करने के पक्ष में है.
PM मोदी ने अंतरिम प्रधानमंत्री बनने पर सुशीला कार्की को दी बधाई, नेपाल को लेकर ये बात कही
Sushila Karki नेपाल की चीफ जस्टिस रह चुकी हैं. नेपाल में इस पद पर रहने वाली वो पहली महिला हैं. उनका भारत से भी कनेक्शन है. अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री बनने पर पीएम Narendra Modi ने उनको बधाई दी है.


13 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा,
नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री के रूप में पद ग्रहण करने पर सुशीला कार्की को हार्दिक शुभकामनाएं. नेपाल के भाई-बहनों की शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए भारत पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
12 सितंबर को नेपाल के राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने सुशीला कार्की को पद की शपथ दिलाई. सुशीला कार्की इस कुर्सी पर बैठने वाली नेपाल की पहली महिला हैं. शपथ के तुरंत बाद सुशीला कार्की ने अपनी सरकार की पहली कैबिनेट मीटिंग ली. इसमें 6 महीने के भीतर आम चुनाव कराने का प्रस्ताव दिया गया, जिसे मंजूरी मिल गई. कुछ घंटों बाद ही राष्ट्रपति ने 5 मार्च 2026 को चुनाव कराने की घोषणा कर दी.
सुशीला कार्की नेपाल की चीफ जस्टिस रह चुकी हैं. नेपाल में ऐसा करने वाली वो पहली और इकलौती महिला हैं. उनका भारत से भी कनेक्शन है. दरअसल, नेपाल के त्रिभुवन विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई करने से पहले, 1975 में उन्होंने वाराणसी के BHU से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की.
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90 के दशक में जब नेपाल में ‘पंचायत’ व्यवस्था (राजतंत्र) कायम था, तब उनको विराटनगर के जेल में रहना पड़ा था. उन्होंने जेल के अपने अनुभवों के ऊपर एक किताब भी लिखी, नाम है- 'कारा' यानी जेल. ये उनकी दूसरी पुस्तक है जो 2019 में छपी थी. इससे पहले 2018 में 'न्याय' नाम से उनकी एक आत्मकथात्मक पुस्तक प्रकाशित हुई थी.
लोकतंत्र की यात्रा में हुए इस ऐतिहासिक बदलाव के मद्देनजर दुनिया की नजर अब कार्की पर है. क्योंकि उनको नेपाल में लोकतंत्र कायम रखने की जिम्मेदारी दी गई है.
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