और 2006 में 'कैसिनो रोयाल' से मॉडर्न एरा बॉन्ड बने डैनियल क्रैग. जिनकी लेटेस्ट फ़िल्म ‘नो टाइम टू डाई’ 30 सितम्बर को रिलीज़ होने वाली है. लेकिन हम लेटेस्ट फ़िल्म की नहीं, हम बात करेंगे 06 में रिलीज़ हुई 'कैसिनो रोयाल' की. क्यूंकि इस फ़िल्म से जुड़ा एक बेहद रोचक किस्सा और देसी कनेक्शन हमें आज पता चला है. कनेक्शन हैं अपने 'बैड मैन' यानी गुलशन ग्रोवर. जिन्होंने 'कैसिनो रोयाल' से जुड़ा ऐसा किस्सा बताया है जिस सुन कर आप भी कहेंगे गुलशन के हाथों से बहुत बड़ा जैकपॉट निकल गया गन्ना चूस के. गुलशन ग्रोवर ने रैडिफ को दिए इंटरव्यू में बताया है कि 'कैसिनो रोयाल' में विलन के रोल के लिए पहले उन्हें चुना गया था. लेकिन बाद में उन्हें एक चूक की वजह से रिप्लेस कर दिया गया.

गुलशन ग्रोवर बनते-बनते रह गए 'कैसिनो रॉयल का हिस्सा.
गुलशन ने बताया कि 2005 में जब वो किसी मीटिंग के लिए सेंट जेम्स पैलेस के क्लेरेंस हाउस में थे, तब उनसे प्रिंस चार्ल्स के कज़िन ने पूछा था कि क्या वो जेम्स बॉन्ड की अगली फ़िल्म में विलन बनना चाहेंगे. गुलशन बोले,
गुलशन को 'कैसिनो रोयाल' में टेरर के आका मास्टरकार्ड प्लेयर ले शिफ़र के रोल के लिए फाइनल कर लिया गया था. लेकिन मारे ख़ुशी के गुलशन ने एक गड़बड़ कर दी. जिस कारण ये रोल उनके हाथ से निकल गया. गुलशन ने ये बात अपने एक रिपोर्टर दोस्त को बता दी. और अगले दिन उस दोस्त की बदौलत ये खबर डेली मिरर अखबार में छप गई. वो भी बदकिस्मती से ऑफिशियल अनाउंसमेंट से पहले. इससे फ़िल्म के प्रोड्यूसर बहुत नाराज़ हुए. और उन्होंने ग्रोवर को रिप्लेस कर दिया मैड्स मिकेलसेन के साथ." प्रिंस के कज़िन तुरंत जानना चाहते थे कि क्या मैं अगली जेम्स बॉन्ड फ़िल्म कर रहा हूं."

बाद में मैड्स मिकेलसेन ने निभाया था ले शिफ़र का किरदार.
भले गुलशन के हाथों से 'कैसिनो रॉयल' निकल गई लेकिन ऐसा नहीं है कि गुलशन ने कोई बड़ी हॉलीवुड फ़िल्म नहीं की. गुलशन ने 'बीपर', 'ब्लाइंड एम्बिशन', 'डेस्परेट एंडेवर' और 'प्रिज़नर ऑफ़ द सन' जैसी कई विदेशी फिल्मों में काम किया है.