ग्रेटर नोएडा की बीटा 2 पुलिस और स्वॉट (SWAT) टीम ने गांजा और चरस की तस्करी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने गोपनीय सूचना के आधार पर छापेमारी कर 4 लोगों की गिरफ्तारी की है. इनमें एक युवती भी शामिल है. इन लोगों के पास से करीब 20 किलो गांजा और 400 ग्राम चरस बरामद हुई है.
Flipkart के नाम पर चरस-गांजा का धंधा, लड़की के गिरोह ने पुलिस के होश उड़ाए
ग्रेटर नोएडा में गांजा और चरस की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस ने एक युवती समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी लड़की ग्रेजुएशन करने के बाद से अपने बुआ के लड़कों के साथ मिलकर ये गिरोह चला रही थी.

इंडिया टुडे से जुड़े अरुण त्यागी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बरामद किए गए गांजे की कीमत करीब 20 से 30 लाख रुपये के बीच हो सकती है. पुलिस ने नवादा गोलचक्कर से आरोपी चिंटू ठाकुर, बिंटू उर्फ कालू, जय प्रकाश और वर्षा को गिरफ्तार किया. ये लोग कोरोना के बाद से ही गांजा और चरस की तस्करी कर रहे थे.
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से गांजे और चरस के अलावा एक मोटरसाइकिल, इलेक्ट्रॉनिक तराजू, फ्लिपकार्ट के 148 लिफाफे, 38 पैकिंग करने वाली पॉलीथिन और 4 मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं. आरोपी वर्षा ने ग्रेटर नोएडा से बीबीए की पढ़ाई की है. इसके बाद वो अपनी बुआ के लड़कों चिंटू और बिंटू के साथ मिलकर गांजा तस्करी करने लगी.
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पहले भी जेल जा चुके हैं आरोपीग्रेटर नोएडा के एडिशनल DCP अशोक कुमार ने इस मामले के बारे में बताया,
"सभी आरोपी शातिर किस्म के गांजा और चरस तस्कर हैं. ये मिलकर एक गिरोह चला रहे थे. इसमें शामिल रिंकू उर्फ सेठ नाम का युवक शिलॉन्ग से भारी मात्रा में गांजा और चरस लेकर आता था. चिंटू और बिंटू इसे यहां लाकर बेचने का काम करते थे. ये दोनों आपस में भाई हैं. ये वर्षा और जय प्रकाश के जरिए लोगों को गांजा और चरस पहुंचाने का काम करते थे."
एडिशनल DCP ने आगे कहा,
"चिंटू और बिंटू अपना नाम छिपाने के लिए वॉट्सऐप कॉल का इस्तेमाल करते थे. वे ग्राहकों से संपर्क कर वर्षा और जयप्रकाश को लोकेशन देते. वे दोनों जाकर ड्रग्स की सप्लाई किया करते थे. वर्षा और जयप्रकाश एक दिन में करीब 40 से 50 पुड़िया बेच देते थे. ये 10, 20 और 50 ग्राम तक होती थीं. पुलिस से बचने के लिए ये फ्लिपकार्ट के लिफाफे में लोगों को ड्रग्स सप्लाई करते थे."
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अशोक कुमार ने ये भी बताया कि आरोपी दिल्ली-NCR, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी नशीले पदार्थों की सप्लाई करते थे. इनका पैमेंट बिंटू ऑनलाइन अपने खाते में मंगाता था. इन लोगों पर एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. ये पहले भी गांजा तस्करी के मामले में जेल जा चुके हैं.
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