मानो ब्रेट ली कहें कि सामने वाला गेंद बहुत तेज फेंक रहा है.
मानो केजरीवाल के घर के सामने कोई धरना कर जाए.
मानो प्रीतम का कोई गाना ही चुरा ले.
केआरके की फिल्म का कोई रिव्यू कर जाए.
बिल्कुल वैसी ही शहाबुद्दीन की जान को खतरा है.
शहाबुद्दीन की जान को खतरा भी किससे? राज्य सरकार से. राज्य सरकार में कौन? नितीश कुमार. नितीश कुमार का साथी कौन? लालू यादव. लालू यादव की पार्टी कौन सी? RJD. RJD का नेता कौन था? शहाबुद्दीन. मने लालू के दोस्त की सरकार से लालू के दोस्त शहाबुद्दीन को जान का खतरा है
शहाबुद्दीन के वकील हैं. मोहम्मद मुबीन उनने सीवान कोर्ट में अर्जी लगाई है कि उनके क्लाइंट को प्रदेश की सरकार से जान का खतरा है. उनकी पीठ पिराती है लेकिन इलाज का कोई इंतजाम नहीं किया जाता.
वकील ने अपनी याचिका में ये भी कहा कि यूनियन होम मिनिस्ट्री के कहने के बाद भी उनको इलाज के लिए दिल्ली नहीं भेजा जा रहा.
चिट्ठी देखिए

याद रखिए कि ये वही शहाबुद्दीन है. जिसका नाम हाल ही में हिंदुस्तान दैनिक के राजीव रंजन के मर्डर में आया था. बात ये हुई कि वो जांच में जेल मब बैठे-बैठे
खुंइती कर रहा था तो उसको सीवान से भागलपुर जेल भेज दिया जाए. मामले में अगली सुनवाई 14 जुलाई को होगी.