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BJP नेता ने पोती की सगाई में 6000 लोगों को बुलाकर गरबा करवाया था, अब गिरफ्तार हो गए

गरबे का वीडियो वायरल हुआ तब जाकर कार्रवाई हुई.

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बाएं से दाएं: कांति गामित की पोती की सगाई में इकट्ठी हुई भीड़. बीजेपी नेता कांति गामित. (फोटो- गोपी मनियार)

कांति गामित. गुजरात में बीजेपी नेता हैं. राज्य में आदिवासी विकास मंत्री भी रह चुके हैं. पुलिस ने इन्हें और इनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, कांति ने अपनी पोती की सगाई में हज़ारों लोगों की भीड़ इकट्ठा की थी, जिसके चलते उनके ऊपर कोरोना की गाइडलाइन्स का उल्लंघन करने का आरोप लगा था. जांच के आदेश दिए गए थे. मामला दर्ज करने के बाद अब पुलिस ने कांति, उनके बेटे समेत 18 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.

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'इंडिया टुडे' की गोपी मनियार की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ दिन पहले तापी ज़िले के डोसवाड़ा गांव में कांति की पोती की सगाई हुई थी. सगाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें करीब 6000 लोग गरबा खेलते और आस-पास खड़े दिख रहे थे. इन लोगों ने न मास्क लगाया था और न ही वो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे.

वीडियो वायरल होने पर गृह मंत्री ने दिए थे जांच के आदेश

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वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने जांच के आदेश दिए. इसके बाद कांति गामित के खिलाफ केस दर्ज हुआ. ये केस IPC की धारा 308 (गैर इरादतन हत्या की कोशिश), 188 (पब्लिक सर्वेंट द्वारा दिए गए आदेश का पालन न करना), 269 (ऐसी लापरवाही करना जिससे खतरनाक बीमारी या संक्रमण फैलने की संभावना हो), 270 (ऐसा घातक काम करना, जिससे खतरनाक बीमारी या संक्रमण फैलने की संभावना हो) और महामारी एक्ट की धाराओं के तहत दर्ज हुआ. और अब इस पर कार्यवाई करते हुए गिरफ्तारी भी कर ली गई है.

इसके अलावा सोनगरा पुलिस थाने के तहत आने वाले इलाके में ये सगाई हुई, इस दौरान सगाई में जो पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तैनात थे, उन्हें भी सस्पेंड कर दिया गया है. उनके खिलाफ भी जांच के आदेश दिए गए हैं. कोरोना के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गुजरात में किसी नेता को गिरफ्तार करने का ये पहला मामला है.

गिरफ्तारी से पहले कांति गामित से पुलिस ने पूछताछ भी की थी. उस दौरान बीजेपी नेता ने कहा था कि उन्होंने 1500 से 2000 लोगों का खाना रखा था, लेकिन लोगों को वॉट्सऐप पर इस फंक्शन की जानकारी मिली, तो पूरा गांव आ गया. वो लोगों को मना नहीं कर सके. इसके अलावा बीजेपी नेता ने माना कि उनसे गलती हुई. बता दें कि गुजरात सरकार ने शादी या ऐसे किसी फंक्शन में 100 लोगों की लिमिट तय की है.

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