
प्रयागराज में गंगा और यमुना में आई बाढ़ की वजह से शहर में पानी भर गया है.
वाराणसी में राहत और बचाव के दौरान डीएम सुरेंद्र सिंह के साथ ही हादसा हो गया. 19 सितंबर को डीएम सुरेंद्र सिंह वाराणसी के कोनिया इलाके में राहत और बचाव का जायजा लेने पहुंचे थे. उनके साथ एनडीआरएफ की टीम भी थी. टीम के लोग नाव में थे. खुद डीएम सुरेंद्र सिंह एक दीवार के सहारे खड़े होकर राहत सामग्री बांट रहे थे. अचानक से दीवार ढह गई और डीएम सुरेंद्र सिंह गिर गए. जब वो गिरे तो उनके ठीक नीचे एनडीआरएफ की नाव थी, जिसमें बैठा जवान दब गया. तुरंत ही डीएम खड़े हुए और जवान को बाहर निकाला, जिसे मामूली चोट आई है.

मिर्जापुर में भी बाढ़ ने तबाही मचा रखी है.
पूर्वांचल में गंगा और यमुना के अलावा घाघरा, कर्मनाशा, ताप्ती, वरुणा, शारदा, कर्मनाशा और चंद्रप्रभा जैसी नदियां भी उफान पर हैं. इसकी वजह से मीरजापुर, भदोही, आजमगढ़ और जौनपुर में भी बाढ़ की वजह से लोग बेहाल हैं. इनके अलावा अवध और तराई के जिले जैसे बाराबंकी, सीतापुर, बलरामपुर में भी बाढ़ आ गई है. बुंदेलखंड के इलाकों में यमुना, चंबल और बेतवा नदी में पानी बढ़ने की वजह से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
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