बिहार में मतदाता सूची के रिविज़न (SIR) पर चुनाव आयोग ने बड़ी जानकारी दी है. आयोग के मुताबिक 36 लाख से ज्यादा लोग मतदाता सूची में शामिल नहीं हो पाए हैं. एक प्रेस नोट जारी कर आयोग ने बताया है कि अब तक 94.68 प्रतिशत मतदाताओं को SIR में शामिल कर लिया गया है. जो बचे हुए हैं उनकी सूची राजनीतिक दलों को दी जाएगी.
बिहार चुनाव: ECI की SIR सूची में 36 लाख वोटर्स शामिल नहीं, अब आगे क्या?
चुनाव आयोग ने बताया है कि 25 जून, 2025 तक बिहार में कुल 7 करोड़ 89 लाख 69 हजार 844 निर्वाचक थे.

SIR आदेश के अनुसार 1 अगस्त, 2025 को ड्रॉफ्ट मतदाता सूची के प्रकाशित होने के बाद से राजीनितक दलों और वोटर्स को सुधार के लिए पूरे एक महीने का समय दिया जाएगा. चुनाव आयोग की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ERO) ड्राफ्ट सूची को प्रकाशित करेंगे. उसमें सुधार के लिए इनपुट आमंत्रित करेंगे.
प्रेस विज्ञप्ति में चुनाव आयोग ने बताया है कि 25 जून, 2025 तक बिहार में कुल 7 करोड़ 89 लाख 69 हजार 844 निर्वाचक थे. SIR के तहत इनमें से 7 करोड़ 11 लाख 72 हजार 660 लोगों ने आवेदन जमा किए. इनमें से 6 करोड़ 85 लाख 34 हजार 743 के नए फॉर्म को डिजिटाइज कर दिया गया है. जबकि 36 लाख 86 हजार 971 लोग अब तक अपने पते पर अनुपस्थित पाए गए हैं. आयोग के मुताबिक इनमें से 12 लाख 71 हजार से ज्यादा लोगों की संभवत: मौत हो चुकी है. जबकि 18 लाख से ज्यादा लोगों के दूसरी जगह स्थानांतरित होने की संभावना है.
चुनाव आयोग ने दावा किया है कि कोई भी पात्र निर्वाचक छूटेगा नहीं. उसके मुताबिक 25 सितंबर, 2025 को दावों और आपत्तियों का निस्तारण करने के बाद, अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर, 2025 को प्रकाशित की जाएगी.
बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रीविजन (SIR)24 जून को घोषित स्पेशल इंटेंसिव रीविजन (SIR) का मकसद 1 अगस्त तक वोटर्स की ड्राफ्ट लिस्ट तैयार करना है. इसके तहत सभी वोटर्स को 25 जुलाई तक EF और 1 जनवरी 2003 के बाद रजिस्टर्ड मतदाताओं के लिए डॉक्युमेंट्स जमा करने होंगे.
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने हाल ही में पूरे देश में स्पेशल इंटेंसिव रीविजन (SIR) कराने की बात कही थी. हालिया चुनाव के मद्देनजर इसकी शुरुआत बिहार से की गई. यहां नवंबर में चुनाव होने हैं.
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