“इस बात की पुष्टि करने के लिए मुझे होश आ गया है और मेरे लिए इतनी चिंता व्यक्त करने के लिए आप सभी का शुक्रिया. लेकिन इसकी कोई ज़रूरत नहीं थी. मैं अब भी किसानों के साथ खड़ी हूं.”
किसान प्रोटेस्ट पर प्रदर्शनकारियों ने 'गलती' की तो मिया ख़लीफ़ा ने मौज ले ली
मिया ख़लीफ़ा के खिलाफ़ प्रोटेस्ट कर रहे थे, कर दी ये गड़बड़ी.

गूगल की गड़बड़ी पर मिया ख़लीफ़ा ने मौज ले ली.
मिया ख़लीफ़ा ने भारत में किसान आंदोलन की ख़बर को शेयर करते हुए कहा था कि वो किसानों के साथ हैं. उनके साथ रिहाना, ग्रेटा थनबर्ग, मीना हैरिस, अमैंडा सर्नी जैसे रसूखदार सेलेब्रिटी भी किसानों के समर्थन में उतरे. लोग विरोध करने लगे. जिन्होंने अब तक कुछ भी नहीं कहा था, वो राय देने लगे कि हमारे देश के मसले पर मत बोलो. फिर इतना ही बोलकर चुप भी हो गए. कुछ लोग तख़्ती उठाकर चले आए इन लोगों का विरोध करने. तख्ती पर क्या-क्या लिखा था? लिखा था, “भारत के अंदरूनी मामलों में किसी को हस्तक्षेप की इजाज़त किसी को नहीं.” फिर लिखा था, “मिया ख़लीफ़ा होश में आओ”. फिर एक तख्ती पर बहुत मस्त बात लिखी थी जो प्रदर्शनकारियों की बात को पलट दे रही थी. लिखा था, “Mia Khalifa Regains Consciousness”. मतलब ये कि मिया ख़लीफ़ा को होश आ गया. बस मिया ख़लीफ़ा ने इसको शेयर करके मौज ले ली. ट्वीट कर दिया और लिखा,
लेकिन प्रदर्शन करने वाले मिया ख़लीफ़ा के होश में आने का दावा काहे करने लगे? सवाल बड़ा है. जवाब है गूगल. अब एक यूज़र ने गड्ड मीम बनाया, जिसमें “मिया ख़लीफ़ा होश में आओ” का ट्रांसलेशन दिख रहा था “Mia Khalifa Regains Consciousness”
गूगल का जो ट्रांसलेटर जो होता है, वो कई बार ऐसी ही गड़बड़ी करता है. हमने चेक किया. तो हमें भी यही दिक़्क़त मिली. वैसे कोई इसे खुद जाकर करेक्ट भी कर सकता है. फीडबैक भी दे सकता है. फिर गूगल सही दिखाने लगता है. लेकिन प्रदर्शनकारियों को क्या? प्रिंटिंग प्रेस में जाना था बोर्ड, तो लगता है कि जल्दी-जल्दी में गूगल के ग़लत अनुवाद को कॉपी पेस्ट कर दिया गया. इति.