
शाह फैजल (फाइल फोटो)
जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने, राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख़ में बांटने के बाद शाह फैसल ने कहा था कश्मीर में खौफ फैला हुआ है. सबका दिल टूट रहा है. हर चेहरे पर हार का भाव दिखाई दे रहा है. इतिहास ने हम सभी के लिए एक भयावह मोड़ ले लिया है.
शाह फैसल ने हाल ही में फेसबुक पर लिखा था,
कश्मीर अप्रत्याशित नाकेबंदी का सामना कर रहा है. आप कह सकते हैं कि 80 लाख की आबादी कैद की ऐसी स्थिति का सामना कर रही है जो उसने पहले कभी नहीं देखी है. लोग स्तब्ध हैं. उन्हें अभी समझना है कि क्या हो गया है. सबको दुख है. अनुच्छेद 370 के अलावा पूर्ण राज्य के दर्जे को खोने को लेकर लोग काफी आहत हैं. यह भारत द्वारा 70 साल में सबसे बड़े धोखे के तौर पर देखा जा रहा है.बीबीसी को दिए इंटरव्यू में शाह फैसल ने बताया कि 4 अगस्त को सर्वदलीय बैठक हुई थी. उन्हें छोड़कर इस बैठक में शामिल सभी नेताओं को हिरासत में ले लिया गया. केवल वही हैं जो बाहर हैं. उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट और वहां से दिल्ली कैसे पहुंचा यह भी खुद में एक कहानी है. लेकिन मैं सशंकित हूं कि जब मैं यहां से जाउंगा मुझे भी अन्य लोगों की तरह हिरासत में ले लिया जाएगा.
इसी इंटरव्यू में शाह फ़ैसल ने कहा कि मुख्यधारा के सभी राजनेताओं को हिरासत में ले लिया गया. वे चुनाव की राजनीति में विश्वास रखते हैं. उन पर बिना किसी तर्क के भारत की संसद में पारित हुआ क़ानून थोप दिया गया. दो पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत कई नेता हिरासत में हैं. अब फैसल को भी हिरासत में ले लिया गया है. कश्मीर में वह अपने घर में नजरबंद रहेंगे.
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