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राणा अयूब के खिलाफ ईडी की चार्जशीट दाखिल, कहा- "चैरिटी के पैसे खुद यूज कर लिए"

अयूब ने कहा कि सरकार उन्हें चुप कराने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.

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राणा अयूब. (फोटो: सोशल मीडिया)

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाते हुए पत्रकार राणा अयूब (Rana Ayyub) के खिलाफ एक चार्जशीट (अभियोजन शिकायत) दायर की है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एजेंसी ने दावा किया है कि कोरोना महामारी के दौरान अयूब ने राहत कार्यों के लिए जो पैसे इकट्ठा किए गए थे, उनमें अनियमितता बरती गई है.

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दरअसल, पिछले साल उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक FIR दर्ज की थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था राणा अयूब ने ऑनलाइन क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म Ketto के जरिए भारी-भरकम राशि इकट्ठा की थी, लेकिन फिर इस पैसे का इस्तेमाल अन्य कार्यों में किया गया. बाद में इस मामले को ईडी ने अपने पास ले लिया.

इसी साल फरवरी महीने में जांच एजेंसी ने अयूब के बैंक खाते में जमा 1.77 करोड़ रुपये की राशि जब्त की थी. इसके बाद राणा अयूब की विदेश यात्रा पर भी रोक लगा दी गई थी. इसे लेकर ईडी ने एक लुकआउट सर्कुलर जारी किया था. हालांकि, बाद में कोर्ट ने उन्हें यात्रा करने की इजाजत दी थी. तब ईडी ने अपने बयान में कहा था, 

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'प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई जांच में ये स्पष्ट हो जाता है कि चैरिटी के नाम पर पैसे इकट्ठा किए गए थे, लेकिन इस पूरी राशि को उस काम में नहीं लगाया गया जिसके लिए फंड मांगे गए थे.'

ईडी ने दावा किया था कि उनकी जांच में ये बात सामने आई है कि राहत कार्यों में पैसा लगाने की जगह राणा अयूब ने इसमें से कुछ राशि को एक अलग बैंक खाते में जमा कर रखा था. ईडी की तरफ से कहा गया,

'Ketto के जरिये इकट्ठा किए गए फंड में से 50 लाख रुपये राणा अयूब ने एक एफडी में जमा कर रखा था और इस राशि का राहत कार्यों में इस्तेमाल नहीं किया गया. उन्होंने पीएम केयर्स फंड और सीएम रिलीफ फंड में 74.50 लाख रुपये जमा किए थे.'

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ईडी ने राणा अयूब के जितने फंड को जब्त किया था, उसे तीन अलग-अलग बैंक अकाउंट में जमा किया गया है.

राणा अयूब ने क्या कहा?

इधर राणा अयूब ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी आवाज को दबाने के लिए सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने कहा,

'ईडी ने मेरे बैंक अकाउंट में जमा राशि, जिसमें मेरी पेशेवर आय भी शामिल थी, को जब्त किया था. लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने जब्ती कार्यवाही पर रोक लगा दी थी और फंड को जब्त करने की पुष्टि नहीं हुई है.'

अयूब ने कहा कि उन्होंने जो भी फंड इकट्ठा किया था, वो सिर्फ कोरोना महामारी के दौरान जरूरतमंद लोगों की मदद में इस्तेमाल किया गया है. पत्रकार ने कहा,

'ईडी द्वारा दायर की गई चार्जशीट मुझे निशाना बनाने की एक अन्य कोशिश है. ये मनी लॉन्ड्रिंग कानून का इस्तेमाल कर मुझे चुप कराने की कवायद है. ये मामला न्यायालय में दम तोड़ देगा और मैं बतौर पत्रकार अपनी जिम्मेदारी निभाने से पीछे नहीं हटूंगी.'

राणा अयूब ने अमेरिका में अपने एक सेमिनार का हवाला देते हुए कहा कि ये विडंबना ही है उन्होंने एक दिन पहले भारत में पत्रकारों पर हमले को लेकर व्याख्यान दिया और अगले दिन ही उनके खिलाफ ईडी ने चार्जशीट दायर कर दी.

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