अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सभी लोगों को तुरंत ईरान (Iran) की राजधानी तेहरान (Tehran) खाली करने की चेतावनी जारी की है. उन्होंने कहा कि ईरान ने मूर्खता की है. उन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ न्यूक्लियर डील (Nuclear Deal) साइन कर लेना चाहिए था.
डॉनल्ड ट्रंप ने की तेहरान खाली करने की अपील, G-7 बैठक छोड़कर जल्दी अमेरिका लौटेंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump कनाडा में चल रहे G-7 देशों के शिखर सम्मेलन को बीच में ही छोड़ कर वापस Washington लौट रहे हैं. ये सम्मेलन 18 जून तक चलेगा. लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप 17 जून की रात को सभी राष्ट्राध्यक्षों के साथ डिनर के बाद वाशिंगटन वापस लौट जाएंगे.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा में चल रहे G-7 शिखर सम्मेलन के दौरान डॉनल्ड ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर लिखा,
ईरान को उस डील पर साइन कर लेना चाहिए था जिस पर साइन करने के लिए मैंने कहा था. यह शर्मनाक है और लोगों के जीवन को खतरे में डालने वाला है. सीधे शब्दों में कहें तो ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकता. मैंने ये बार-बार दोहराया है! सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए.
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ बैठक की शुरुआत में पत्रकारों से बात करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा,
ईरान के लिए आखिरी मौकाईरान इजरायल के साथ तनाव कम करने के लिए बात करना चाहता है तो उसे तुरंत ऐसा करना चाहिए. मैं कहूंगा कि ईरान यह युद्ध जीतने नहीं जा रहा है इसलिए उसे तुरंत बातचीत करनी चाहिए. अगर ईरान ऐसा नहीं करता है तो फिर बहुत देर हो जाएगी.
अमेरिकी और यूरोपीय अधिकारियों ने द जेरूसलम पोस्ट को बताया कि डॉनल्ड ट्रंप कथित तौर पर ईरान को आखिरी मौका देने की योजना पर काम कर रहे हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने बताया कि ईरान ने उनके ऑफिस से संपर्क किया है. और इजरायल के हमलों को रोकने का अनुरोध किया है, जिससे ईरान के न्यूक्लियर फैसिलिटी और मिलिट्री साइट्स को भारी नुकसान पहुंचा है.
G-7 ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष को लेकर एक वक्तव्य जारी करेगा. सभी सदस्य देश इस वक्तव्य के ड्राफ्ट पर साइन करेंगे. लेकिन न्यूयॉर्क टाइम्स ने वॉइट हाउस के एक अधिकारी के हवाले से बताया है कि राष्ट्रपति ट्रंप इस संयुक्त वक्तव्य पर साइन नहीं करेंगे.
G-7 के संयुक्त वक्तव्य के ड्राफ्ट में कहा गया है कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं होना चाहिए. और इजरायल के पास अपनी रक्षा का अधिकार है. साथ ही इसमें दोनों पक्षों से तनाव कम करने के लिए बातचीत की मेज पर आने का आह्वान किया गया है. G-7 ग्रुप में संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और यूरोपीय संघ शामिल है.
G-7 शिखर सम्मेलन से जल्दी लौटेंगे ट्रंपअमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप कनाडा में चल रहे G-7 देशों के शिखर सम्मेलन को बीच में ही छोड़ कर वापस वाशिंगटन लौट रहे हैं. वॉइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने ट्रंप की वापसी की जानकारी देते हुए लिखा,
चीन ने अपने नागरिकों को इजरायल छोड़ने को कहासम्मेलन से बहुत कुछ हासिल हुआ, लेकिन मिडिल ईस्ट में जो कुछ चल रहा है, उसके कारण राष्ट्रपति ट्रंप 17 जून की रात राष्ट्राध्यक्षों के साथ डिनर के बाद वापस लौट जाएंगे. G-7 की बैठक 18 जून तक चलेगी.
ईरान और इजरायल के बीच तेज होते संघर्ष को देखते हुए चीन ने अपने नागरिकों से तेल अवीव छोड़ने की अपील की है. चीनी दूतावास ने कहा कि सुरक्षा स्थिति लगातार बिगड़ रही है और इजरायली एयर स्पेस अभी बंद है, इसलिए सभी चीनी नागरिकों को जमीनी बॉर्डर के रास्ते इजरायल से बाहर निकल जाना चाहिए.
खामनेई के खात्मे से ही शांति आएगी : नेतन्याहूइजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष लगातार बढ़ता जा राह है. 16 जून की शाम को इजरायल ने एक बार फिर से मिडिल ईरान पर हवाई हमले किए. वहीं रात को इजरायल के लड़ाकू विमानों ने तेहरान में लाइव प्रसारण के दौरान सरकारी टेलीविजन के हेडक्वार्टर पर बमबारी कर दी. इस हमले में कुछ पत्रकारों के मारे जाने की भी खबर है.
इधर ईरान ने भी इजरायल पर अब तक 400 बैलेस्टिक मिसाइलें दागने का दावा किया है. वहीं ABC न्यूज से बातचीत में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई के खात्मे के साथ ही क्षेत्र में शांति आएगी.
वीडियो: ईरान-इजरायल टेंशन के बीच राष्ट्रपति ट्रंप ने India-Pakistan का जिक्र क्यों किया?