अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि अगर उनका 20-सूत्रीय गाजा शांति प्रस्ताव सफल हो जाता है, तो वो आठ महीनों में आठ युद्धों को रुकवा देंगे. उन्होंने अपना दावा दोहराया कि वे नोबेल पुरस्कार के हकदार हैं. ट्रंप बोले कि अगर उन्हें ये पुरस्कार नहीं दिया गया, तो ये अमेरिका का 'बहुत बड़ा अपमान' होगा.
'मुझे नोबेल पुरस्कार नहीं मिला तो...', डॉनल्ड ट्रंप का सब्र टूट रहा?
Donald Trump का कहना है कि उन्हें Nobel Prize नहीं मिला तो ये पूरे America का अपमान होगा. Gaza Peace Plan और India-Pakistan Ceasefire कराने का दावा करते हुए एक बार फिर इस पुरस्कार पर अपना दावा ठोका.


अमेरिकी राष्ट्रपति लंबे समय से 10 अक्टूबर को घोषित होने वाले नोबेल पुरस्कार की मांग करते रहे हैं. इसके लिए वो करीब 7 युद्धों को सुलझाने में उनकी स्वघोषित भूमिका को वजह बताते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार, 30 सितंबर को ट्रंप वर्जीनिया के क्वांटिको में रक्षा सचिव पीट हेगसेथ द्वारा बुलाई गई एक हाई-लेवल सैन्य सभा में पहुंचे. सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने तंज में कहा,
…क्या आपको नोबेल पुरस्कार मिलेगा? बिल्कुल नहीं. वे इसे किसी ऐसे व्यक्ति को देंगे, जिसने कुछ भी नहीं किया. वो इसे ऐसे व्यक्ति को देंगे, जिसने 'डॉनल्ड ट्रंप के दिमाग' पर किताब लिखी है... ये हमारे देश का बहुत बड़ा अपमान होगा... मैं इसे नहीं चाहता. मैं चाहता हूं कि ये देश को मिले.
उन्होंने गाजा शांति प्रस्ताव पर बात की. बोले,
अगर ये सफल रहा, तो हम आठ महीनों में आठ युद्धों का समाधान कर लेंगे. ये बहुत अच्छी बात है. ऐसा पहले कभी किसी ने नहीं किया.
इससे पहले, डॉनल्ड ट्रंप ने 29 सितंबर को वॉइट हाउस में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ गाजा योजना पेश की थी. हालांकि, हमास ने अभी तक इस योजना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
सैन्य सभा को संबोधित करते हुए ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम कराने के अपने पुराने दावे का राग फिर अलापा. तब पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद दोनों देशों के बीच तनाव का माहौल था. इसका जिक्र कर ट्रंप ने कहा,
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध चल रहा था. मैंने उन दोनों को बुलाया... उन्होंने अभी-अभी सात विमान मार गिराए थे... मैंने कहा, अगर आप ऐसा करेंगे, तो कोई व्यापार नहीं होगा, और मैंने युद्ध रोक दिया. ये चार दिनों तक चलता रहा.
अगस्त की तरह ही, इस बार भी ट्रंप ने ये स्पष्ट नहीं किया कि किस पक्ष ने सात जेट विमान खोए हैं. उन्होंने आगे कहा,
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री (शहबाज शरीफ) यहां फील्ड मार्शल (सेना प्रमुख असीम मुनीर) के साथ मौजूद थे. वो (मुनीर) पाकिस्तान में एक बहुत अहम व्यक्ति हैं... उन्होंने हमारे साथ मौजूद लोगों के एक ग्रुप से कहा कि इस व्यक्ति (ट्रंप) ने लाखों लोगों की जान बचाई है. क्योंकि उसने युद्ध को जारी रहने से रोका. ये युद्ध बहुत बुरा होने वाला था.
बताते चलें, भारत ने लगातार ट्रंप के बयान का खंडन किया है. सरकार ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ लड़ाई खत्म करने पर सहमति दोनों सेनाओं के मिलिट्री ऑपरेशंस के डायरेक्टर जनरल्स के बीच सीधी बातचीत के जरिए बनी थी.
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