डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने चीन (China) से आयात होने वाले सामानों पर लगाए गए टैरिफ (Tarrif) को 90 दिनों के लिए आगे खिसका दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने ये फैसला 11 अगस्त को लिया. अमेरिका में चीनी सामानों पर ये टैरिफ 12 अगस्त से लागू होने वाले थे. लेकिन इससे पहले ही ट्रंप ने एक एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन करके डेडलाइन को 9 नवंबर तक बढ़ा दिया.
चीन पर फिर से मेहरबान हुए डॉनल्ड ट्रंप, अगले 90 दिनों के लिए नहीं लगेगा टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने China पर टैरिफ को 90 दिनों के लिए खिसका दिया है. अगर यह डेडलाइन आगे नहीं खिसकती तो चीन पर उतना टैरिफ लगता, जितना America ने अप्रैल में एलान किया था. जब दोनों देशों के बीच टैरिफ वॉर शुरू हुई थी.

यह कदम अमेरिका और चीन के बीच स्टॉकहोम में हुई हालिया व्यापार वार्ता के बाद आया है. इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच तनाव को कम करना है. इससे पहले अमेरिका और चीन के बीच 11 मई को जिनेवा में ट्रेड डील हुई थी. इसमें टैरिफ बढ़ाने के फैसले को 90 दिनों के लिए टालने की सहमति बनी थी. अमेरिका ने चीन पर फिलहाल 30 प्रतिशत टैरिफ लगा रखा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन पर टैरिफ को 90 दिनों के लिए खिसका दिया है. अगर यह डेडलाइन आगे नहीं खिसकती तो चीन पर उतना टैरिफ लगता, जितना अमेरिका ने अप्रैल में एलान किया था. जब दोनों देशों के बीच टैरिफ वॉर शुरू हुई थी. उस समय ट्रंप ने चीन से आयात पर 145 प्रतिशत का टैरिफ लगाया था. इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिकी सामानों पर 125 फीसदी की दर से टैरिफ लगाया था.
हालांकि दोनों देश मई में अधिकतर टैरिफ पर रोक को लेकर राजी हो गए. इसे लेकर दोनों देशों के प्रतिनिधि पहली बार जेनेवा में मिले. इसके बाद अमेरिका ने चीन के सामानों पर टैरिफ की दर को घटाकर 30 फीसदी कर दिया. और चीन ने भी अमेरिकी सामानों पर टैरिफ को घटाकर 10 फीसदी कर दिया था.
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ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी में अनिश्चितता बरकरारचीन पर लगाए टैरिफ में 90 दिनों की छूट ट्रंप की पॉलिसी में अनिश्चितता का एक और उदाहरण है. वो बार-बार बिना किसी पूर्व सूचना के टैरिफ की दरों में बदलाव कर रहे हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले भी कई देशों या खास सेक्टर पर भारी टैरिफ का एलान किया लेकिन कुछ दिनों या हफ्तों बाद उन्हें वापस ले लिया, उनमें फेरबदल किया या फिर टाल दिया. अप्रैल की शुरूआत में उन्होंने रेसिप्रोकल यानी जैसे को तैसा टैरिफ का एलान किया था. लेकिन पिछले हफ्ते बदले हुए रूप में लागू होने से पहले कई बार इसे रोका गया और कई बार आगे खिसका दिया गया.
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