ओडिशा के बालासोर जिले में हुई छात्रा की मौत पर पूरा देश स्तब्ध है. इस घटना को लेकर विपक्षी दलों ने राज्य भर में विरोध प्रदर्शन किए. ओडिशा विधानसभा के बाहर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई. इस बीच, कॉलेज की आंतरिक शिकायत कमेटी (ICC) की रिपोर्ट सामने आई है. इसमें आरोपी प्रोफेसर को लेकर कई बड़े दावे किए गए हैं.
यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रोफेसर ने मृतक छात्रा से कहा था, 'बच्ची नहीं हो जो नहीं पता मुझे क्या चाहिए'
Odisha College Student Suicide: कमेटी ने आरोपी प्रोफेसर रंजन साहू को हटाने के लिए पहले भी सिफारिश की थी. लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, ओडिशा के फकीर मोहन कॉलेज की आंतरिक शिकायत कमेटी (ICC) के कोऑर्डिनेटर जयश्री मिश्रा ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कमेटी ने आरोपी प्रोफेसर रंजन साहू को हटाने के लिए पहले भी सिफारिश की थी. लेकिन तब वजह कुछ और थी. दरअसल, छात्रों ने शिकायत की थी कि प्रोफेसर साहू का रवैया बहुत ही सख्त है. वे छोटी-छोटी बातों के लिए छात्रों को परेशान करते थे. जयश्री ने बताया कि प्रोफेसर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. पैनल ने प्रोफेसर को सलाह दी कि वो अपने व्यवहार और पढ़ाने की तरीके में बदलाव लाएं.
ICC की एक दूसरी सदस्य मिनाती सेठी ने बताया कि आरोपी प्रोफेसर, स्टूडेंट्स को छोटी-छोटी गलतियों पर भी बाहर खड़ा रहने के लिए कहता था. ऐसे ही एक बार उन्होंने मृतक छात्रा के साथ भी किया था. जब वो देर से कॉलेज आई थी. मिनाती ने कहा,
"30 जून को प्रोफेसर साहू ने उसे सेमेस्टर एग्जाम में बैठने की इजाजत भी नहीं दी. इससे उसे बहुत ठेस पहुंची थी और उसने अगले दिन मानसिक और यौन उत्पीड़न की शिकायतें दर्ज कराई थीं."
आगे उन्होंने बताया कि छात्रा ने पैनल को बताया था कि प्रोफेसर साहू ने एक बार उनसे एक 'एहसान' मांगा था. मिनाती ने कहा,
"जब उसने पूछा कि किस तरह का एहसान, तो साहू ने कथित तौर पर कहा, “तुम बच्ची नहीं हो कि समझ न सको कि मुझे किस तरह का फायदा चाहिए.”"
मिनाती ने दावा किया कि कमेटी इन आरोपों को साबित नहीं कर पाई. क्योंकि ऐसे आरोपों पर सबूत जुटाना बहुत मुश्किल होता है. रिपोर्ट के मुताबिक, पैनल को साहू के खिलाफ ऐसा कोई सबूत नहीं मिला जिससे पता चल सके कि उन्होंने मृतक छात्रा या किसी अन्य छात्रा का यौन उत्पीड़न किया हो.
दूसरी तरफ, मृतक छात्रा के पिता ने आरोप लगाया है कि ICC के सदस्य उनकी बेटी की मौत के लिए जिम्मेदार हैं और उन्होंने ‘पक्षपातपूर्ण रिपोर्ट’ तैयार की है.
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प्रोफेसर रंजन साहू पर 20 साल की स्टूडेंट का यौन उत्पीड़न करने का आरोप था. बीती 12 जुलाई को छात्रा ने खुद को आग लगा ली थी. स्टूडेंट करीब 95% तक जल गई थी. 14 जुलाई की देर रात AIIMS भुवनेश्वर में उसकी मौत हो गई. B.Ed सेकंड ईयर की स्टूडेंट ने प्रोफेसर साहू के खिलाफ कई बार यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी. लेकिन कॉलेज प्रशासन ने कथित तौर पर कोई कार्रवाई नहीं की जिसके बाद उसने ये कदम उठाया.
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