हार्ट अटैक से यूं अलग होता है कार्डियाक अरेस्ट जो जयललिता को आया है
रविवार को आया था, तब से वो इंटिसिव केयर में हैं.
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फोटो - thelallantop
जयललिता को कार्डियाक अरेस्ट आया है. पर ये हार्ट अटैक से अलग होता है. कार्डियाक अरेस्ट दिल में एक इलेक्ट्रिकल गड़बड़ी की वजह से आता है. इसकी वजह से दिल ठीक से पंप नहीं कर पाता और खून हर जगह जा नहीं पाता. तो शरीर के अंग काम करना बंद कर देते हैं. हार्टबीट इरेगुलर हो जाती है. इसके बाद सांस लेने में दिक्कत होने लगती है. सांस रुक भी जाती है. तुरंत बाहर से इंतजाम करना पड़ता है. अगर नहीं हुआ तो मिनटों में मौत हो जाती है. वहीं हार्ट अटैक में दिल से जुड़ी धमनियां जाम हो जाती हैं. तो खून दिल तक पहुंच नहीं पाता. अगर ये जाम हटाया नहीं गया तो दिल काम करना बंद कर देता है. पर इसमें दिल धड़कता रहता है. कार्डियाक अरेस्ट में दिल नहीं धड़कता. हार्ट अटैक में छाती में दर्द होता है. सांस लेने में दिक्कत होती है. घबराहट होती है. कार्डियाक अरेस्ट की वजहें- 1. कोरोनरी आर्टरी डिजीज. यानी धमनी में बीमारी. कोलेस्ट्रॉल जम जाये. इलेक्ट्रिकल पल्स कायदे से नहीं निकलेंगे.
2. हार्ट अटैक. इसके बाद कार्डियाक अरेस्ट आ सकता है.
3. दिल का बढ़ जाना. इसकी वजह से हार्ट के तंतु डैमेज कर जाते हैं. सिग्नल नहीं दे पाते.
4. अगर हार्ट के वाल्व में कोई समस्या आ जाये तो भी हो जाता है.
5. अगर बचपन से ही दिल में गड़बड़ी है तो भी हो सकता है.
6. अगर शरीर में इलेक्ट्रिकल सिग्नल की समस्या है तो कार्डियाक अरेस्ट आ सकता है. रिस्क फैक्टर क्या हैं- 1. अगर ये जेनेटिक है तो भी हो सकता है.
2. स्मोकिंग एक समस्या है.
3. हाई ब्लड प्रेशर.
4. हाई कोलेस्ट्रॉल.
5. मोटापा.
6. डायबिटीज
7. दिन में दो पैग से ज्यादा दारु रोज.
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