
कमला पसंद कर्मचारियों द्वारा रॉयल क्रूज बरबाद करने का सच
कुछ दिन पहले खबर आई थी कि कमला पसंद ने लोगों को छुट्टी पर भेजा और भसड़ हो गई.

फोटो - thelallantop
आपको याद होगा कि हमने कुछ दिन पहले आपको एक खबर बताई थी. कि कमला पसंद नाम की तंबाकू कंपनी ने 1300 लोगों को छुट्टी पर सिडनी भेजा था. वहां उन लोगों ने इतनी गंध मचाई कि बाकी यात्री परेशान हो गए. वो खबर सुनने के बाद हमारी मेल आईडी पर इस्लाहुद्दीन का मेल आया. जबलपुर से. इनका कहना था कि ये उस क्रूज में मौजूद थे. कमला पसंद की तरफ से छुट्टी मनाने गए थे. जो खबरें मीडिया में फैलाई जा रही हैं ये टोटल झुट्ठई है. इस्लाहुद्दीन ने पहले तो हमको गियर में लिया. कि आपने एकतरफा खबर सुना दी है. विदेशी मीडिया में बात फैली तो फैली, आपको नहीं फैलानी थी. फिर हमने उनको फोन किया. ऑफकोर्स नंबरवा लेकर. उनको कनविंस किया कि भई आप हमको हड़का लो धकिया लो लेकिन वहां जो हुआ वो पूरा बात बता दो ताकि हम वो कहानी भी लोगों तक पहुंचा सकें. उन्होंने जो बताया बिना काट छांट किए बताए देते हैं.
* इस्लाहुद्दीन के मुताबिक वहां जो गए थे वो कमला पसंद के कर्मचारी नहीं, डिस्ट्रीब्यूटर और बाकी लोग थे. 1200 गेस्ट थे और 100 बाकी का स्टाफ, गाइड, डांसर, सिंगर, वगैरह. सिंगर्स में श्रुति चौहान और सोनू निगम थे. और ये लोग ऑस्ट्रेलिया नहीं सिंगापुर छुट्टी मनाने गए थे. पांच दिन का टूर था, जिनमें से तीन दिन क्रूज पर थे. क्रूज की क्षमता टोटल 3000 यात्रियों की थी. * टूर पर जाने से पहले मेहमानों को सिंगापुर सरकार और क्रूज के नियम तोते की तरह रटाए गए थे. क्या करना है, क्या भूलकर भी नहीं करना सब बताया गया था. * कंपनी ने देश की छवि और अपने मेहमानों का ध्यान रखने के लिए विशेष प्रबंध किया था. 1300 लोगों को 30-30 के सेट में बांट रखा था ताकि सबको सुविधा रहे और आउट ऑफ कंट्रोल न हों. * क्रूज और सिंगापुर सरकार के नियमों का सख्ती से पालन किया गया. सफाई का ध्यान ऐसे रखा कि थूकने के लिए पन्नियों का इस्तेमाल किया और उनको बैग में रखा. डस्टबिन दिखा तब उसमें डाला. * तीन दिन क्रूज में रहना था. हर शाम एक पार्टी का इंतजाम था. पहली शाम बीच पार्टी, दूसरी शाम श्रुति चौहान का गायन और तीसरी शाम सोनू निगम का प्रोग्राम. ये तीनों पार्टियां सिर्फ 1200 मेहमानों के लिए थीं लेकिन इसका मजा लेने बाकी लोग भी आए थे. * इन 1300 लोगों का एक ड्रेस कोड था. लोवर या बरमूड़ा पहनना था. पहचान के लिए सबने एक एक बैज टांग रखा था. जिसमें डेक और रूम नंबर लिखा था बड़ा बड़ा. * क्रूज पर एंट्री के समय नियम के मुताबिक सबके पासपोर्ट रखवा लिए गए थे. जो कि यात्रा पूरी करने के बाद लौटाए गए. अगर किसी का पासपोर्ट जब्त किया जा चुका हो तो उसकी हिम्मत कैसे पड़ेगी कि वो बदतमीजी करके अपनी जान सांसत में डाले. * इस्लाहुद्दीन का कहना है कि 1300 लोगों का ब्रेकफास्ट, लंच, डिनर का वक्त एक ही था. इतने लोगों को एक साथ देखकर लोग शायद असहज हुए हों. इतने लोग एक साथ इकट्ठा हों तो कुछ लोगों को असुविधा हो सकती है. लेकिन इससे किसी की ट्रिप बरबाद नहीं हुई. * अगर किसी गेस्ट को वहां कोई असुविधा होती तो वो बताने के लिए वहीं इंतजाम था. पूरा क्रूज CCTV कैमरों से लैस था. वो वाकई दुनिया का दूसरा सबसे बेस्ट क्रूज है. लेकिन वहां किसी ने कोई शिकायत नहीं की. हमारी पार्टी में एंजॉय करने वाले हमारे अलावा भारत के कुछ और लोग थे. और देशों के लोग भी थे. शिकायत सिर्फ 6 लोगों को हुई जिन्होंने वहां न बताकर बाद में लिखा और मीडिया को बताया. तो भैया ये थी कहानी इस्लाहुद्दीन के मुताबिक. विदेशी मीडिया ने सही कहा है कि इस्लाहुद्दीन ने ये आप लोग तय कीजिए. हां, इस्लाहुद्दीन की बात भारी मात्रा में वजन लिए हुए है. विदेशी मीडिया ने ओवर रिएक्ट किया और हमारे यहां भी बहती गंगा में हाथ धोया गया, ये भी दिख रहा है. पिछली खबर आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं. देखें वीडियो:
