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कहां रुकेंगे ट्रंप? ईरान पर बमबारी की तुलना हिरोशिमा-नागासाकी परमाणु हमले से कर डाली

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने नाटो सम्मेलन में कहा कि वह ईरान के साथ अगले हफ्ते बातचीत करने जा रहे हैं. हालांकि, उन्होंने ये नहीं बताया कि ये बातचीत किस स्तर की होगी.

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ट्रंप ने अगले हफ्ते ईरान से बातचीत का दावा किया है (India Today)

सीजफायर के बाद ईरान और इजरायल के बीच तो फिलहाल शांति है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप अभी भी 'शांत' नहीं है. हर थोड़ी देर में कोई नया दावा करने या नया बयान देने का उनका सिलसिला बुधवार 25 जून को भी जारी रहा. अब डॉनल्ड ट्रंप ने ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर अमेरिकी सेना के हवाई हमलों की तुलना नागासाकी और हिरोशमा हमले से कर दी है. इसका उन्होंने लॉजिक भी दिया है, लेकिन वो आगे बताएंगे. इसके अलावा ट्रंप ने दावा किया है कि अमेरिका और ईरान के अधिकारी अगले हफ्ते बातचीत कर सकते हैं. हालांकि, ईरान ने इसकी पुष्टि नहीं की है. 

द वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, हेग में NATO के शिखर सम्मेलन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्हें ईरान के साथ फिर से बातचीत शुरू करने में खास दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने दावा किया कि अमेरिका के हमलों ने ईरान का पूरा न्यूक्लियर प्रोग्राम तबाह कर दिया है. ट्रंप ने आगे कहा,

हम अगले हफ्ते ईरान के साथ बातचीत करने जा रहे हैं. हो सकता है कि हम एक समझौते पर हस्ताक्षर कर लें. मुझे नहीं पता. मुझे नहीं लगता कि यह जरूरी है.

हालांकि, अभी तक ईरान ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि अमेरिका से कोई बातचीत अगले हफ्ते होने वाली है. ट्रंप ने भी साफ नहीं किया कि किस लेवल पर ये बातचीत होगी. उन्होंने यह दावा जरूर किया कि अगर वह ईरान के न्यूक्लियर साइट्स पर हमला नहीं करते तो दोनों देशों के बीच जंग कभी खत्म नहीं होती. उन्होंने ईरान पर अमेरिकी बॉम्बर से किए गए हमलों की तुलना दूसरे विश्व युद्ध में हिरोशिमा और नागासाकी पर हुए परमाणु हमले से की. ट्रंप ने कहा, 

अगर हमने वो हमला नहीं किया होता तो आज भी जंग जारी रहती. उस एक हमले ने जंग को खत्म कर दिया. मैं हिरोशिमा या नागासाकी जैसा उदाहरण नहीं देना चाहता. लेकिन इस हमले का असर कुछ वैसा ही रहा.

बता दें कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिका ने 6 और 9 अगस्त 1945 को जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए थे. इसमें 2 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद द्वितीय विश्वयुद्ध समाप्त हो गया था. ट्रंप अमेरिकी हमले को इसी हमले की तरह बता रहे हैं जिसके बाद ईरान और इजरायल में युद्ध खत्म हो गया.

वीडियो: क्या ईरान की न्यूक्लियर साइट्स तबाह हो गईं? अमेरिकी अखबार और ट्रंप के दावों में अंतर