ढिंचैक पूजा. अपने आप में कलात्मक आतंक का दूसरा नाम हैं. कलात्मक आतंक यानी आर्टिस्ट टेररिज्म. भाई सा’ब कह कुछ भी लो लेकिन ढिंचैक पूजा का टेरर तगड़ा है. इतना तगड़ा है कि अगर किसी शहर की पुलिस हेलमेट ना पहनने पर ‘ढिंचैक पूजा के गाने सुनने का जुर्माना’ लगा दे, तो अगले दिन से लोग ऑटो में भी हेलमेट पहने नज़र आएं.
ढिंचैक पूजा के नए गाने 'पागल हो के नाचो' ने यू-ट्यूब पर 'तबाही' मचा दी है
जो सलाह किसी ने मशहूर सूफ़ी बुल्लेशाह को दी थी वो अपने फैन्स को दे रही हैं पूजा

यूट्यूब पर स्टार हैं ढिंचैक पूजा. इनके खाते में ‘सेल्फ़ी मैंने ले ली आज’ और ‘दिलों का शूटर है मेरा स्कूटर’ जैसे गाने दर्ज हैं.
अब नया गाना लेकर आईं हैं ढिंचैक पूजा. गाने का नाम है ‘नाच के पागल’. 28 जुलाई को उनका ये वीडियो टॉप ट्रेंड में रहा. इसे 1 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं.
आपने कवि की कल्पना सुनी होगी. लेकिन ढिंचैक पूजा ने साबित किया है कि कवियित्री भी कल्पना कर सकती है. कल्पना के मामले में पूजा का रिकॉर्ड आड़ा तिरछा ही रहा है. इस गाने से पहले पूजा का पिछला गाना था ‘ख़तम हो गया आटा’ कवियित्री की कल्पना देखिए, गाने के बोल हैं# कवियित्री की कल्पना देखिए
घरवालों ने मारा चाटा और ख़तम हो गया आटा जेब में ना है कौड़ी और ख़तम हो गया डाटाइससे पहले पूजा ने एक शॉर्ट फ़िल्म भी बनाई थी ‘छप्पन थप्पड़’. इससे क्या साबित होता है? यही कि पूजा अपनी पिछली कल्पनाओं में काफ़ी हिंसक रही हैं. जैसे उनके इससे पहले वाले गाने की लाइनें हैं
गोली मारूं हाथ से जेब में रखी वाइन है घड़ी नौ लाख की टाइम मेरा फाइन है# लेकिन इस वाले गाने में हिंसा नहीं है
गाने की शुरुआत में पूजा चेतावनी देती सी एक ऐप का प्रचार करती हैं. कहती हैं ‘नाच के पागल होने से पहले फलां ऐप डाउनलोड कर लो’. मतलब उन्हें पता था कि गाना सुनने के बाद लोग पागल हो ही जाएंगे.
गाने की शुरुआत में पूजा कहती हैं ‘पागल होके नाचो या नाच के पागल हो जाओ.’ यहां पूजा का दर्शन मशहूर सूफ़ी बुल्लेशाह के क़रीब पहुंचता दिखता है. कभी किसी ने बुल्लेशाह को कहा कि ख़ुदा तो नाचने से मिल सकता है. और बुल्लेशाह ज़िंदगी भर हाथों में चूड़े पहने नाचता रहा. पागल होकर नाचा, या नाचकर पागल हुआ ख़ुदा जाने.
ऐसी ही अगली लाइनों में पूजा कहती हैं ‘जहां भी मिले खटिया तुम चद्दर तान के सो जाओ.’ इस लाइन में पूजा ने वही कहा है जो बरसों पहले मोटर गाड़ियों की दुनिया में क्रांति लाने वाले हेनरी फ़ोर्ड ने कहा था. फ़ोर्ड ने कहा था ‘अगर आपके पास बैठने की जगह है तो खड़े रहना गुनाह है, और सोने की जगह है तो बैठना गुनाह है’. यानी ढिंचैक पूजा भी कमोबेश वही बात कह रही हैं. कुल मिलाकर गाना इस बार काफ़ी शांत कल्पना से भरा हुआ लग रहा है.
ढिंचैक पूजा का ये गाना टॉप ट्रेंडिंग में है. जिस दौर में जय श्रीराम ना बोलने पर कब्रिस्तान भेजने का गाना चल रहा हो, ख्वाज़ा के गुलामों से उलझने पर काट कर फेंकने की क़व्वाली चल रही हो. उस दौर में ढिंचैक पूजा के गाने ने उनके फैंस को क्रेजी तो कर ही दिया है. तभी तो वो ट्रेंड कर रही हैं.
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