दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों पर खालिस्तान समर्थक (Khalistani slogan) नारे लिखने के मामले में स्पेशल सेल (Special cell) को बड़ी कामयाबी मिली है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मामले में 31 अगस्त को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों की गिरफ्तारी पंजाब से हुई है. दोनों से पूछताछ की जा रही है.
मेट्रो स्टेशनों पर 'खालिस्तानी नारे' लिखने के केस में दिल्ली पुलिस ने क्या खुलासा कर दिया?
खालिस्तानी नारे किसने लिखवाए, पंजाब गई दिल्ली पुलिस को ये सब पता चला...

इंडिया टुडे से जुड़े अरविंद ओझा की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी 'सिख फॉर जस्टिस' (SFJ) नामक संगठन से जुड़े हैं. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक ये नारे अलगाववादी संगठन SFJ के प्रमुख गुरुपतवंत सिंह पन्नू के आदेश पर लिखे गए थे. पुलिस ने दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों पर कई सीसीटीवी कैमरों की जांच के बाद आरोपियों की पहचान की थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस की गिरफ्त में आए प्रीतपाल का एक CCTV फुटेज सामने आया था. जिसमें वो मेट्रो स्टेशन पर एंटी इंडिया स्लोगन लिखने के बाद उसकी फोटो खींचता हुआ दिखाई दे रहा था. प्रीतपाल ने ये फोटो खींचकर प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू को भेजा था.
आरोपियों ने 27 अगस्त को दिल्ली के 5 मेट्रो स्टेशनों पर खालिस्तानी सर्मथक नारे लिखे थे. ये पांच स्टेशन हैं- पंजाबी बाग, शिवाजी पार्क, पश्चिम विहार, उद्योग नगर और महाराज सूरजमल स्टेडियम. इसमें लिखा गया था कि ‘खालिस्तान भारत का हिस्सा है'. कुछ और जगहों पर लिखा गया, 'दिल्ली बनेगा खालिस्तान' और 'खालिस्तान रेफ़रेंडम ज़िंदाबाद'. मेट्रो स्टेशन के साथ-साथ SFJ ने स्कूलों को भी निशाना बनाया. नांगलोई के सरकारी स्कूल सर्वोदय बाल विद्यालय की एक दीवार पर भी भारत-विरोधी नारे लिखे गए थे. हालांकि मामला सामने आने के बाद सारे नारों को मिटा दिया गया था. साथ ही इसकी जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दी गई थी.
बता दें, हाल ही में SFJ के चीफ़ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो में कहा था कि 'खालिस्तान जनमत संग्रह' 10 सितंबर को कनाडा के सरे में होगा. इसी दिन दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन का समापन होना है. भारत में 8-10 सितंबर के बीच G20 शिखर सम्मेलन होना है.
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