दिल्ली विधानसभा में कृषि कानूनों की कॉपी फाड़ते अरविंद केजरीवाल. (फोटो- ANI)
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 17 दिसंबर, गुरुवार को विधानसभा में बोले, और जमकर बोले. केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में, किसानों के समर्थन में. बोलते-बोलते ऐसी रिदम में आ गए कि कृषि कानूनों की कॉपी फाड़ दी. इस पर बीजेपी ने केजरीवाल को आड़े हाथ लिया है. दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल ने संत बाबा राम सिंह का ज़िक्र करते हुए अपनी बात शुरू की. बाबा राम सिंह ने 16 दिसंबर को किसान आंदोलन में खुद को गोली मार ली थी. अपने सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि किसानों के हक और सरकार के विरोध में ऐसा कदम उठा रहे हैं. उनके ज़िक्र के बाद केजरीवाल बोले–
“अभी तक 20 से ज़्यादा किसान इस आंदोलन में शहीद हो चुके हैं. आंदोलन को भी 20 से ज़्यादा दिन हो चुके हैं. मतलब रोज़ एक किसान इस आंदोलन में शहीद हो रहा है. मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि और कितनी जान आप लोगे.”
केजरीवाल ने कहा कि अंग्रेजों के समय भी एक ऐसा ही आंदोलन हुआ था. 1907 में. उस आंदोलन का नाम था- पगड़ी संभाल जट्टा. पंजाब में आंदोलन हुआ था. वो आंदोलन भी तीन कानूनों के ख़िलाफ था. इस आंदोलन का परिणाम ये रहा कि अंग्रेजों को कानून वापस लेने पड़े थे. आगे केजरीवाल बोले –
“कहा जा रहा है कि किसानों को भ्रमित किया जा रहा है. किसानों को भ्रमित नहीं किया जा रहा, भाजपाइयों को भ्रमित किया जा रहा है. सारे भाजपाइयों को अफीम खिला दी है, और अफीम खिलाकर कह दिया है कि ये रटकर बस यही बोलो. मैंने आज पूरा भाषण सुना योगी आदित्यनाथ जी का. उन्हें भी नहीं पता कि क्या प्रावधान है.”
केजरीवाल ने कहा कि ऐसी क्या ज़रूरत थी कि कोरोना काल में बिल पास कर दिए गए, वो भी पहली बार राज्यसभा में बिना वोटिंग के. वो बोले कि ये कानून किसानों के लिए नहीं, बल्कि BJP की चुनावी फंडिंग के लिए बनाए गए हैं. ये बोलते हुए केजरीवाल ने बिल की कॉपी फाड़ दी.
कानून लागू कर चुकी है AAP सरकार एक विरोधाभास भी है. एक तरफ अरविंद केजरीवाल इन कानूनों की प्रतियां विधानसभा में फाड़ रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में उनकी सरकार बीते 23 नवंबर को ही तीनों कृषि कानूनों को नोटिफाई करके लागू भी कर चुकी है. केजरीवाल सरकार के इस कदम पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने हैरानी भी जताई थी. अब केजरीवाल के विधानसभा में कानून की कॉपी फाड़ने के बाद बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने भी यही बात कही है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल की सरकार पहले ही राजधानी में ये कानून लागू कर चुकी है, और अब इसी कानून की कॉपी फाड़ रहे हैं. वहीं पूर्व दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल ने किसान बिल फाड़कर असंवैधानिक काम किया है. तिवारी बोले कि केजरीवाल यूं भी टुकड़े-टुकड़े करने में माहिर हैं.