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'सुषमा जी प्लीज हेल्प, हमारे पापा की लाश सऊदी अरब में फंसी है'

महावीर यादव ने जीतेजी कोशिश की वतन लौटने की. जो कामयाब नहीं हुई. उससे भी अफसोस की बात ये कि गरीब परिवार मरने के बाद उनकी लाश भी घर नहीं ला पा रहा.

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फोटो - thelallantop
सरकार ने दो साल पूरे किए हैं. इस सरकार के जिन मंत्रियों ने वाकई तारीफ के काबिल काम किया उनमें से एक सुषमा स्वराज हैं. उन्होंने वक्त बेवक्त विदेशों में मुसीबत झेल रहे भारतीय नागरिकों की मदद की. वैसा ही मौका एक बार फिर आ गया है. उनकी मदद की दरकार है किसी गरीब को. इस 22 मई को सऊदी अरब के रियाद में महावीर यादव की मौत हो गई. जिस हॉस्पिटल में मौत हुई, लाश अब भी वहीं फंसी है. क्योंकि महावीर का पासपोर्ट वहीं के रहने वाले मोहम्मद यासर ने जब्त कर लिया है. यासर के साथ महावीर का काम से जुड़ा कोई दांव पेच था. मौत को एक हफ्ता हो गया है. लेकिन फंसे पासपोर्ट की वजह से लाश आ नहीं पाई है. 7-8 महीने पहले महावीर की पत्नी गुजर गईं. उस वक्त भी महावीर ने वापस घर आने का प्रयास किया था. लेकिन इसी वजह से कामयाब नहीं हुए थे. अभी भी कोशिश में लगे थे. क्योंकि विकलांग बेटी का ऑपरेशन कराना था. लेकिन वापसी से पहले जानलेवा हार्ट अटैक हो गया. उनके रिश्तेदार ने इस बाबत बड़ी दौड़ भाग की. कागजात लेकर विदेश मंत्रालय और एंबेसी के ऑफिस तक दौड़े. लेकिन दोनों विभाग कान में रुई ठूंस के बैठे हैं. रिक्वेस्ट है विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से. जैसे आपने कई और लोगों की मदद की है. वैसे ही इस जरूरतमंद फैमिली की भी मदद करें. ये पोस्ट सुशांत झा की फेसबुक वॉल पर दिखी. जिसमें यासर का फोन नंबर भी दिया गया था. फोन नंबर है 0566457778. और जरूरी कागजात ये हैं. stamp papers महावीर यादव की दो अनाथ बेटियां ममता और सरिता. इनका इंतजार खत्म नहीं हो रहा. अपने परिवार और पड़ोसियों की मदद से काफ़ी दौड़भाग की. लेकिन अभी कुछ हासिल नहीं हुआ है. सुषमा जी प्लीज इनकी हेल्प करें. mamta sarita

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