बिहार के दरभंगा में एक दलित व्यक्ति के शव के साथ कथित रूप से मारपीट की गई, उसे जलती चिता से उठाकर नीचे फेंक दिया गया, यहां तक कि उस पर पेशाब किया गया. और तो और शवयात्रा में आए लोगों पर पथराव किया गया. पुलिस तक को नहीं छोड़ा गया. उस पर भी पत्थर फेंके गए. हैरानी यहीं खत्म नहीं होती. जिस व्यक्ति के घर में मौत हुई थी, उसको आग लगा दी गई. श्मशान घाट के पास गाड़ियों में भी आग लगा दी गई.
बिहार: दलित के शव को 'चिता से गिराकर पीटा', 'पेशाब' किया, घर को 'आग' लगाई? पुलिस ने क्या बताया?
बवाल में कई गाड़ियों को जलाने देने का भी आरोप है.

इंडिया टुडे से जुड़े प्रह्लाद कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, मरने वाले व्यक्ति का नाम श्रीकांत पासवान है. उनके बेटे लक्ष्मण पासवान ने आरोपी पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं. लक्ष्मण ने बताया कि आरोपियों ने उनके पिता के शव को लातों से पीटा. उस पर पेशाब भी किया. देर रात पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराया गया.
दलित परिवारों ने किया पलायनदैनिक भास्कर में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, श्मशान स्थल के पास रहने वाले दलित इस घटना से डरकर पलायन कर रहे हैं. इनमें 2 परिवारों के 20 लोग शामिल हैं. इन लोगों ने सघन बस्तियों में शरण ली है. ये मामला कमतौल थाने के धर्मपुर मालपट्टी गांव का है. यहां श्मशान घाट की 22 कट्ठा ज़मीन को लेकर ये विवाद हुआ.
पीड़ित दलित परिवार का कहना है कि श्मशान घाट की भूमि उनके पुरखों की है. 23 जुलाई की रात अचानक दूसरे समुदाय के लोगों ने आकर इस पर अपना हक बताया. ये विवाद करीब 2 साल पुराना है. उसके बाद से यहां कोई अंतिम संस्कार नहीं हुआ है.
हालांकि, जमीन ग्राम पंचायत की बताई जा रही है. प्रह्लाद कुमार की रिपोर्ट के अनुसार, श्रीकांत के बेटे फेंकू पासवान ने बताया,
"हम अपने पिता का शव लेकर श्मशान घाट आए थे. वहां पर मौजूद लोगों ने हमें अंतिम संस्कार करने से रोका. उन्होंने शव दूसरी जगह ले जाने के लिए कहा. हम लोगों के साथ बदतमीजी की. हमारे पिताजी के शव को गड्ढे में फेंक दिया. हमारे साथ मारपीट करने लगे. उन्होंने हमारे ऊपर पत्थर भी फेंके. हमारे मुखिया की गाड़ी को आग लगा दी. बाद में पुलिस की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया."
वहीं, हरिहरपुर पूर्वी पंचायत के मुखिया अजय कुमार झा ने बताया कि श्रीकांत पासवान का अंतिम संस्कार करने के लिए शव को श्मशान लाया गया था. यहां उनके शव के साथ ‘अभद्रता’ की गई. उसे अर्थी से नीचे गिरा दिया गया.
अजय का आरोप है कि आरोपियों ने कुछ घरों में आग लगा दी. उन्होंने आगे बताया कि इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी और स्थानीय लोगों को चोट आई है. आरोपियों ने उनके घरों में 'लूटपाट' करने की कोशिश भी की है. करीब 6 गाड़ियों में आग भी लगाई. उनके मुताबिक इस हिंसा में करीब 12 लोग घायल हुए हैं.
शव के साथ अभद्रता नहीं हुई- एसएसपी24 जुलाई को दरभंगा पुलिस ने ट्वीट कर बताया था कि हरिहरपुर टोला मालपट्टी स्थित श्मशान घाट पर दो समुदायों के बीच बवाल हुआ. इस दौरान एक पक्ष पर शव के दाह संस्कार को रोकने की कोशिश करने का आरोप लगा. इसे लेकर दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी और घरों में तोड़फोड़ हुई. पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. ट्वीट में दरभंगा पुलिस ने लोगों को अफवाहों से बचने की सलाह दी थी.
हालांकि पुलिस शव से अभद्रता के आरोप को खारिज कर रही है. उसने शव पर पेशाब करने की घटना से इनकार किया है. दरभंगा के एसएसपी अवकाश कुमार ने कहा,
“कमतौल थाना इलाके में एक व्यक्ति की मौत हुई थी. शव के दाह संस्कार में कुछ लोगो ने विरोध किया. पुलिस ने वहां पहुंचकर विवाद सुलझाने की कोशिश की. लेकिन दोनों पक्ष आपस में पत्थरबाजी करते रहे. पूरे मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. शव का संस्कार भी करवा दिया है.”
एसएसपी अवकाश कुमार ने शव के साथ अमानवीय व्यवहार और उस पर पेशाब करने के आरोप से साफ इनकार किया है. उन्होंने कहा कि मौके पर लगातार स्थानीय थाना प्रभारी मौजूद थे, ऐसी कोई बात नहीं हुई है.
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