भारत की प्रमुख विज्ञान आधारित आयुर्वेद कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड ने उपभोक्ताओं को आयुर्वेद के फायदों और सेहतमंद जीवनशैली के बारे में जागरूक बनाने के लिए जागरुकता अभियान ‘साइंस इन एक्शन’ की शुरुआत की है. यह कैंपेन आयुर्वेद के संबंध में वैज्ञानिक रूप से जांचे गए तथ्यों के बारे में बताएगा. ताकि परिवार सोच-समझ कर अपने रोज़मर्रा के विकल्पों को चुन सकें और स्वस्थ रह सकें.
डाबर च्यवनप्राश ने आर्युवेद को समझाने के लिए लॉन्च किया ‘साइंस इन एक्शन’ कैंपेन
यह कैंपेन आम जनता को आयुर्वेद के पीछे निहित विज्ञान के बारे में जानकारी देगा.

‘साइंस इन एक्शन’ के तहत डाबर- सोशल मीडिया, प्रिंट प्लेटफॉर्म और दूसरे ऑन-ग्राउण्ड एक्टिवेशन्स जैसे डाबर च्यवनप्राश इम्यून इंडिया कैंपेन के माध्यम से उपभोक्ताओं को आयुर्वेद के बारे में सही जानकारी उपलब्ध कराएगा. यह कैंपेन आम जनता को आयुर्वेद के पीछे निहित विज्ञान के बारे में जानकारी देगा. इसके तहत जाने-माने आयुर्वेदिक चिकित्सक उन्हें आयुर्वेद के प्रमाणित फायदों के बारे में बताएंगे.
कैंपेन लॉन्च करते हुए डाबर इंडिया लिमिटेड के एजीएम मार्केटंग (हेल्थ सप्लीमेन्ट्स) श्री राकेश टहलियानी ने बताया,
"आज के दौर में सभी लोग अपने स्वास्थ्य और कल्याण का महत्व समझ रहे हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए डाबर उन्हें विज्ञान पर आधारित जानकारी देकर परम्परा और आधुनिकता के बीच के अंतर को दूर करना चाहता है. इस कैंपेन ‘साइंस इन एक्शन’ के साथ डाबर आयुर्वेद से जुड़े मिथकों को दूर कर लोगों को सही जानकारी देना चाहता है ताकि वे आयुर्वेद के फायदों को समझें और इस बात को जानें कि स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने का सबसे आसान तरीका है अपने रोज़मर्रा में च्यवनप्राश का सेवन करना."

कंपनी के मुताबिक, ‘साइंस इन एक्शन’ कैंपेन को अलग-अलग मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे प्रिंट, डिजिटल और सोशल मीडिया के ज़रिए अधिक से अधिक दर्शकों तक पहुंचाया जाएगा. वहां रोचक वीडियोज़ के माध्यम से उन्हें आयुर्वेद के सिद्धान्तों के आधार पर जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा डाबर, जाने-माने आयुर्वेदिक चिकित्सकों के साथ 22 शहरों के स्कूलों में सेमिनार का आयोजन भी करेगा. इन सत्रों में बच्चों को बताया जाएगा कि किस तरह आयुर्वेद उनके समग्र स्वास्थ्य को सनिश्चित कर उज्जवल भविष्य का निर्माण करने में योगदान दे सकता है.
डाबर रीसर्च एण्ड डेवलपमेन्ट सेंटर के हेड ऑफ हेल्थकेयर रिसर्च, डॉ बैद्यनाथ मिश्रा के मुताबिक, डाबर के सभी प्रोडक्ट्स गहन अनुसंधान के बाद तैयार किए जाते हैं. डाबर च्यवनप्राश ने पिछले सालों के दौरान इम्युनिटी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. हालांकि आयुर्वेद और च्यवनप्राश के बारे में कई गलत अवधारणाएं मौजूद हैं. इस सीरीज़ ‘साइंस इन एक्शन’ के माध्यम से कंपनी इन्हीं मिथकों को दूर करना चाहती है. लोगों को बताना चाहती है कि किस तरह आयुर्वेद और डाबर च्यवनप्राश विज्ञान द्वारा प्रमाणित हैं. ‘साइंस इन एक्शन’ विज्ञान पर आधारित आयुर्वेद के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.