"इंग्लैंड में 19 जनवरी को XE का पहला मामला सामने आया है और अबतक करीब 600 मामले ही सामने आए हैं. अभी तक की जांच के आधार पर ये कहा जा सकता है कि BA.2 वेरिएंट के मुकाबले XE ज्यादा तेजी से फैलता है, हालांकि अभी इसके ऊपर और जांच होनी बाकी है."विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि अगर आगे की जांच में भी इसी तरह के नतीजे सामने आते हैं, तो XE कोरोना का अबतक का सबसे तेजी से फैलने वाला वेरिएंट होगा.
यूनाइटेड किंगडम की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) की एक स्टडी के मुताबिक, वर्तमान में कोरोना के तीन नए वेरिएंट का फैल रहे हैं. इनमें XD, XE और XF शामिल हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, XD डेल्टा के मामले ज्यादातर फ्रांस, डेनमार्क और बेल्जियम में पाए गए हैं. इंपीरियल कॉलेज लंदन के वायरोलॉजिस्ट टॉम पीकॉक (Tom Peacock) के अनुसार, XD कई देशों में फैल चुका है. वहीं XE और XF के मामले सिर्फ ब्रिटेन में ही मिले हैं.
चीन के चांगचुन शहर में लोगों की कोविड टेस्टिंग करते स्वास्थ्यकर्मी. (फोटो: एपी)
ओमिक्रोन के BA.1 और BA.2 वेरिएंट के हाइब्रिड XE के मामले सिर्फ ब्रिटेन के अंदर ही पाए गए हैं और इसके कम्युनिटी ट्रांसमिसन के सबूत भी मिले हैं. वहीं डेल्टा और ओमिक्रोन BA.1 वेरिएंट के हाइब्रिड XF के मामले सिर्फ ब्रिटेन में ही पाए गए हैं और 15 फरवरी के बाद से कोई भी नया मामला पकड़ में नहीं आया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से ये जानकारी ऐसे समय में दी गई है, जब चीन और यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. चीन में तो कई प्रमुख शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है. उधर ब्रिटेन और फ्रांस में बढ़ते मामले चिंता का सबब बन रहे हैं. भारत में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. देश के कई राज्यों में कोविड प्रोटोकॉल में छूट भी दी गई है. मास्क ना लगाने पर लगने वाले जुर्माने को हटा दिया गया है.