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ब्रह्मोस ने चीन की रक्षा ढाल तोड़ी, अब जर्मन सिस्टम से पाकिस्तान चाहता है सुरक्षा

IRIS-T SLM सिस्टम का प्रदर्शन हाल में हुई जंगों में शानदार रहा है. कहा गया कि इसने रूस की Onyx Missiles को सफलतापूर्वक रोका. ओनिक्स मिसाइल, भारत के Brahmos से ही मिलती-जुलती एक मिसाइल है.

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Diehl Defence का IRIS-T SLM एयर डिफेंस सिस्टम (PHOTO-Diehl Defence)

ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल (Brahmos Cruise Missile) से हमला किया. पाकिस्तान में लगे एयर डिफेंस सिस्टम्स उसे रोकने में नाकाम रहे. वजह, चीन से मिले एयर डिफेंस सिस्टम्स (HQ-9P Air Defence System) ब्रह्मोस को रोकना तो दूर, उन्हें इंटरसेप्ट तक नहीं कर पाए. अब पाकिस्तान को ये समझ आ गया है कि अगर उसे भारत के हमले को रोकना या नुकसान कम करना है तो उसे चीन के सिस्टम से परहेज करना होगा. लिहाजा, पाकिस्तान की नजर अब जर्मनी के IRIS-T Air Defence System पर है.

इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि पाकिस्तान भारत की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों, विशेषकर ब्रह्मोस के खिलाफ अपनी हवाई ढाल को मजबूत करने के लिए जर्मनी से IRIS-T Air Defence System की खरीद पर गंभीरता से विचार कर रहा है. यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब पाकिस्तान के मौजूदा एयर डिफेंस सिस्टम्स, जिनमें HQ-9 और HQ-16 शामिल हैं, ऑपरेशन के दौरान भारतीय मिसाइल्स का पता लगाने या उन्हें रोकने में विफल रहीं.

इसके उलट, IRIS-T SLM सिस्टम का प्रदर्शन हाल में हुई जंगों में शानदार रहा है. यूक्रेन में चल रहे युद्ध के कारण इजिप्ट से इसकी कई यूनिट्स को यूक्रेन भेजा गया था. इस जर्मन सिस्टम ने 2024 में अपनी तैनाती के बाद से कथित तौर पर 60 से अधिक हवाई टारगेट्स को मार गिराया है. कहा गया कि इसने रूस की ओनिक्स मिसाइलों को सफलतापूर्वक रोका. ओनिक्स मिसाइल, भारत के ब्रह्मोस से ही मिलती-जुलती एक मिसाइल है.

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Diehl Defense द्वारा डेवलप किया गया IRIS-T SLM अपने मॉड्यूलर और कॉम्पैक्ट आर्किटेक्चर के लिए जाना जाता है. इसके हर यूनिट की अनुमानित लागत लगभग 200 मिलियन अमरीकी डॉलर है. इसकी पूरी यूनिट में एक रडार, एक ऑपरेशन या यूं कहें कि कमांड सेंटर और लॉन्चर शामिल हैं. तो समझते हैं क्या है इस सिस्टम में, और क्या रेंज है इसकी?

IRIS-T SLM (सरफेस लॉन्च्ड मिसाइल) मीडियम रेंज की सतह से हवा में मार करने वाली गाइडेड मिसाइल है. इसे जर्मन एयरफोर्स की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए Diehl BGT डिफेंस द्वारा डिजाइन और डेवलप किया गया है. यह नई मिसाइल सभी तरह के विमानों, हेलीकॉप्टरों, क्रूज मिसाइलों, गाइडेड हथियारों, हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों, एंटी-शिप मिसाइलों, एंटी-रडार रॉकेट और बड़े कैलिबर वाले रॉकेट्स को रोकने में सक्षम है.

रक्षा मामलों पर नजर रखने वाली वेबसाइट मिलिट्री रिकोग्निशन के मुताबिक इस सिस्टम के फीचर्स इसे क्रूज़ मिसाइल्स को रोकने में सक्षम बनाते हैं. इन फीचर्स को देखें तो

  • टाइप: शॉर्ट-टू-लॉन्ग रेंज एयर डिफेंस सिस्टम
  • लंबाई: 2.94 मीटर
  • रेंज: 40 किलोमीटर
  • मिसाइल की रफ्तार: मैक 3
  • गाइडेंस सिस्टम: इंफ्रारेड होमिंग
  • मिसाइल का वजन: 87.4 किलोग्राम

कई एक्सपर्ट्स समय-समय पर ये कहते रहे हैं कि चीन के फाइटर जेट्स, मिसाइल्स और एयर डिफेंस सिस्टम्स बैटल टेस्टेड नहीं हैं. चीन अपने हथियारों के लिए पाकिस्तान को टेस्टिंग ग्राउंड की तरह इस्तेमाल करता आ रहा है. ऐसे में पाकिस्तान चीन से कन्नी काटकर इस जर्मन एयर डिफेंस सिस्टम से भारत के ब्रह्मोस को रोकने की जुगत में है. 

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