छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री (Chhattisgarh Education Minister) प्रेमसाय सिंह टेकाम (Premsai Singh Tekam) शराब पीने और खराब सड़कों के फायदे बताने वाले बयानों को लेकर चर्चा में हैं. BJP इसे लेकर सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) पर हमलावर है. वहीं राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री रविंद्र चौबे ने प्रेमसाय सिंह टेकाम का बचाव किया है.
छत्तीसगढ़: नशा मुक्ति कार्यक्रम में मंत्री जी ने कहा - "दारू में पानी मिला लो, थोड़ी-थोड़ी पियो"
"ये नहीं कि एक बार में पी गए. इसमें समय लगाने की जरूरत है. थोड़ा-थोड़ा पिएं. तभी कोई 'मधुशाला' को पूरी तरह इन्जॉय कर सकता है."

प्रेमसाय टेकाम सरगुजा जिले के अंबिकापुर में आयोजित एक नशा मुक्ति कार्यक्रम में शामिल हुए थे. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक कार्यक्रम में आए लोगों को प्रेमसाय सिंह टेकाम ने भाषण दिया. लेकिन अंत में कह गए कि शराब पियो, मगर सही तरीके से. यहां तक कि हरिवंश राय बच्चन की मशहूर कविता 'मधुशाला' की कुछ पंक्तियों के हवाले से ये भी बोल गए,
“मंदिर-मस्जिद झगड़ा कराते, एक कराती मधुशाला. लेकिन आप में सेल्फ कंट्रोल होना चाहिए. एक मीटिंग हुई थी, उसमें किसी ने दारू के पक्ष में बोला तो किसी ने दारू के नुकसान बताए. बोले कि ये सबको एक कर देती है. चुनाव में भी इसका इस्तेमाल होता है. और जगह भी यूज करते हैं.”
आगे मंत्री महोदय ने बताया कि अगर किसी को दारू पीनी है तो कैसे पीनी है. बोले,
खराब सड़कों पर क्या बोले?"दारू में पानी मिला होना चाहिए. उसे डाइल्यूट करना चाहिए. कितना डाइल्यूशन हो, जितना हो सकता है. उसके बाद ड्यूरेशन होना चाहिए. ये नहीं कि एक बार में पी गए. इसमें समय लगाने की जरूरत है. थोड़ा-थोड़ा पिएं. तभी कोई 'मधुशाला' को पूरी तरह इन्जॉय कर सकता है."
इसके अलावा मंत्री प्रेमसाय सिंह का एक और बयान वायरल है. इसमें वो खराब सड़कों के फायदे बताते दिख रहे हैं. उनसे एक इलाके की खराब सड़कों को लेकर सवाल किया गया था. इस पर मंत्री ने कहा,
BJP का हमला"सुधार करने की प्रक्रिया चल रही है. कई बार किसी प्रकार से काम नहीं हो पाता है. लेकिन हम लगे हुए हैं. हो सकता है बरसात के कारण ऐसा हो रहा है. लेकिन ये भी एक कारण है कि जहां खराब सड़के होती हैं, वहां ऐक्सिडेंट कम होते हैं. वहां फिर लोगों की मौतें कम होती हैं. और जहां अच्छे रास्ते बन जाते हैं, तो इतनी स्पीड होती है कि वहां रोज कोई ना कोई दुर्घटना होती है.
तो ये भी एक कारण है. रोड अच्छा बने, लेकिन सब में नियंत्रण होना चाहिए. अपनी स्पीड पर भी नियंत्रण होना चाहिए. ये तो एक तरह का नशा है. चाहे मोबाइल का नशा हो, चाहे दारू का नशा हो, चाहे गांजे का नशा हो, चाहे सिगरेट का नशा हो, सब पर हम लोग नियंत्रण कर सकते हैं."
राज्य के शिक्षा मंत्री के ये बयान आने के बाद BJP ने उनके जरिये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को घेर लिया. BJP नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा,
"ग्रामीण बच्चों को शराब दी जा रही है. कांग्रेस ये रोकने में नाकाम है. और यही नहीं, जब शिक्षा मंत्री ही शराब पीने पर उपदेश दे रहे हैं तो अंदाजा लगा सकते हैं कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था की हालत क्या है. 70 परसेंट स्कूल बर्बाद हैं और छात्रों को अब तक यूनिफॉर्म तक नहीं दी गई है. खराब सड़कें सीएम भूपेश बघेल के शासन का पैमाना हैं."
इस बीच छत्तीसगढ़ के ग्रामीण विकास मंत्री रविंद्र चौबे का बयान आया है. उन्होंने शिक्षा मंत्री का बचाव करते हुए कहा है,
"उनके शब्दों को मीडिया ने गलत तरीके से पेश किया है. हरिवंश राय बच्चन की लिखी पंक्तियां बोलने वाला ज्ञानी ही हो सकता है. मुझे विश्वास है उन्होंने किसी को ठेस पहुंचाने के लिए ऐसा नहीं कहा और उनके इरादे साफ थे."
रविंद्र चौबे ने ये भी कहा कि प्रेमसाय सिंह के सड़क वाले बयान को भी मीडिया ने गलत तरीके से पेश किया है.
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