The Lallantop

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लखनऊ एयरपोर्ट पर धरना देकर क्यों बैठ गए?

भूपेश बघेल क्यों बोले, हम लोगों के साथ भी कुछ भी हो सकता है?

Advertisement
post-main-image
लखनऊ एयरपोर्ट परिसर में धरने पर बैठे भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगलवार 5 अक्टूबर को लखनऊ एयरपोर्ट परिसर में धरने पर बैठ गए. जी, सही पढ़ रहे हैं आप. भूपेश बघेल लखनऊ में धरने पर बैठ गए. ये जानकारी खुद उन्होंने वीडियो शेयर करके दी. वीडियो में यूपी पुलिस के अधिकारी सीएम बघेल को एयरपोर्ट से बाहर जाने से रोकते हुए नजर आ रहे हैं. भूपेश बघेल कह रहे हैं कि वह सीतापुर में प्रियंका गांधी से मिलना चाहते हैं, लखीमपुर जाने का उनका प्लान नहीं है. ऐसे में उन्हें रोकने का औचित्य क्या है? लेकिन पुलिस अधिकारी उन्हें आगे नहीं बढ़ने देते हैं. इसके बाद भूपेश बघेल वहीं धरने पर बैठ जाते हैं. धरने पर बैठे भूपेश बघेल ने लखीमपुर हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि जो हत्यारे हैं, वो खुले में घूम रहे हैं लेकिन जो न्याय की बात करते हैं, उन्हें गिरफ़्तार कर लिया जाता है. मैं 1:45 घंटे से हवाई अड्डे पर बैठा हुआ हूं. बिना अपराध के प्रियंका गांधी पर धाराएं लगाई जा सकती हैं तो हम लोग के साथ भी कुछ भी हो सकता है. भूपेश बघेल बीते दिन यानी 4 अक्टूबर को भी लखीमपुर जाने की कोशिश में थे. लेकिन उनके विमान को लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं मिली थी. जिसके बाद वह मंगलवार को दिल्ली होते हुए लखनऊ पहुंचे. इससे पहले जब लखनऊ में उनके विमान को उतरने की इजाजत नहीं मिली थी तो उन्होंने योगी सरकार को घेरते हुए पूछा था कि क्या उत्तर प्रदेश में नागरिक अधिकार स्थगित कर दिए गए हैं? लखीमपुर में हिंसा के बाद प्रशासन ने वहां धारा 144 लगा रखी है. किसी नेता को वहां नहीं जाने दिया जा रहा है. बीते दिन इसे लेकर खूब हंगामा भी हुआ था. तमाम नेताओं को हिरासत में लिया गया था. बाकी सबको तो छोड़ दिया गया लेकिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और सांसद दीपेंदर हुड्डा को सीतापुर पुलिस ने अपनी हिरासत में ही रखा. अब खबर आ रही है कि पुलिस ने प्रियंका को गिरफ्तार कर लिया है. सीतापुर के हरगांव थाने में प्रियंका गांधी, दीपेंदर हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत 11 लोगों के खिलाफ शांतिभंग का मुकदमा दर्ज किया गया है. प्रियंका गांधी को सीतापुर के पीएसी गेस्ट हाउस में गिरफ्तार करके रखा गया है. गेस्ट हाउस के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ इकट्ठी है, जो उन्हें रिहा करने की मांग कर रही है.

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement