भारत के मून मिशन का तीसरा अंतरिक्ष यान अब चांद पर जाने को तैयार है. चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 के बाद अब चंद्रयान-3 की बारी आ गई है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो चंद्रयान-3 को चांद पर भेजने की फाइनल तैयारी कर रहा है. इसरो प्रमुख एस सोमनाथ के मुताबिक चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग जुलाई के दूसरे या तीसरे हफ्ते में हो सकती है. इस बीच कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि 'चंद्रयान-3' की लॉन्चिंग 13 जुलाई को होगी. जबकि इसरो प्रमुख के मुताबिक चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग की डेट अभी फाइनल नहीं की गई है.
चंद्रयान-3 जुलाई में ही चांद पर जाएगा, ISRO ने तारीख क्या बताई?
भारत के मून मिशन का तीसरा अंतरिक्ष यान चांद पर जाने के लिए तैयार. जानिए इस मिशन से ISRO को क्या मिलेगा.

28 जून की शाम न्यूज एजेंसी PTI ने अधिकारियों को हवाला देते हुए कहा कि चंद्रयान (Chandrayaan-3) की लॉन्चिंग 13 जुलाई को दोपहर 2:30 बजे होगी.
वहीं न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने चंद्रायान-3 के लॉन्चिंग की तारीख पर कहा,
क्या है चंद्रयान-3?"चंद्रयान-3 को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है. हमने टेस्टिंग कर ली है. अभी लॉन्चिंग की के लिए 12-19 जुलाई के बीच किसी तारीख पर विचार किया जा रहा है. हम लॉन्चिंग की पक्की तारीख का ऐलान तब करेंगे, जब सभी टेस्ट पूरे कर लिए जाएंगे."
चंद्रयान-3 मिशन चंद्रयान-2 मिशन का फॉलो-ऑन मिशन है. इसे चांद पर सेफ लैंडिंग कर उसकी सतह पर घूमना है और घूमकर उसे समझना है. चंद्रयान-3 के तीन प्रमुख हिस्से हैं, अंग्रेजी और तकनीकी भाषा बोलने वाले इस हिस्से को मॉड्यूल भी कहते हैं. ये 3 हिस्से हैं -
1 - उड़ाने वाला हिस्सा - प्रोपल्शन मॉड्यूल
2 - उतारने वाला हिस्सा - लैंडर मॉड्यूल
3 - घूमने-घुमाने और जानकारी जुटाने वाला हिस्सा - रोवर
चंद्रयान -2 में एक हिस्सा और था. ऑर्बिटर. वो इस बार नहीं है. चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर पहले से ही चंद्रमा के चक्कर काट रहा है और चंद्रयान-3 उसी का इस्तेमाल करेगा.
प्रोपल्शन मॉड्यूल चंद्रयान को पूरी शक्ति से उड़ाकर धरती से अंतरिक्ष में पहुंचाएगा और चांद तक का सफर कराएगा.
लैंडर मॉड्यूल पूरे सेटअप को चंद्रमा पर उतारने का काम करेगा और अपने साथ रोवर को लेकर उतरेगा. लैंडर को चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करानी है और रोवर को वहां तैनात करना है. यहां सॉफ्ट लैंडिंग का मतलब बिना क्रैश किए लैंडिंग से है.
रोवर मॉड्यूल चांद पर घूमेगा और इस दौरान चांद की सतह का रासायनिक विश्लेषण (chemical analysis) करेगा.
चंद्रयान -3 का मकसद- चांद की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग
- रोवर का चंद्रमा पर घूमना
- चांद पर साइंटिफिक एक्सपेरिमेंट
इस मिशन से चंद्रमा की सतह को और बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी. बाकि जब ये यान अंतरिक्ष में जाएगा, सारी जानकारी और अपडेट्स जुटाकर हम फिर आपको बताएंगे.
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