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ओमिक्रोन वेरिएंट वैक्सीन को बेकार कर देगा? सौम्या स्वामीनाथन और WHO अलग-अलग बातें कर रहे

दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष विषाणु विशेषज्ञ और AIIMS प्रमुख ने भी अपनी राय दी है.

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मुंबई में एक व्यक्ति को वैक्सीन लगाती स्वास्थ्य कर्मचारी. (फोटो- पीटीआई )
कोरोना वायरस का नया ओमिक्रोन वेरिएंट सामने आ चुका है. सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया ये वेरिएंट अब कई देशों में फैल चुका है. इस नए वेरिएंट के चलते अलग-अलग देशों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर नए दिशा निर्देश जारी किए हैं. इस बीच चिंता जताई जा रही है कि क्या इस नए वेरिएंट पर तमाम कोविड वैक्सीन कारगर होंगी? इस सवाल को लेकर एक्सपर्ट की अलग-अलग राय सामने आई हैं.

सौम्या स्वामीनाथन ने क्या कहा?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की प्रमुख वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन का मानना है कि कोई वेरिएंट कोविड वैक्सीन को पूरी तरह से बेकार नहीं कर सकता. उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि कोई भी ऐसा वेरिएंट नहीं होता, जो वैक्सीन को पूरी तरह से निष्प्रभावी बना दे. उन्होंने आगे कहा कि जब डेल्टा वेरिएंट आया था, तब भी ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि वो वैक्सीन को पूरी तरह से बेकार कर देगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा,
"अगर शरीर में वायरस के किसी भी वेरिएंट से तैयार की गई वैक्सीन की वजह से एंटीबॉडी हैं, तो वे वायरस से बचाव जरूर करेंगी. वैक्सीन हर वेरिएंट की मारक क्षमता को कम तो करती ही है. इस लिहाज से लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन लगानी चाहिए."

इम्यून को चकमा दे सकता है!

हालांकि जिस विश्व स्वास्थ्य संगठन के लिए सौम्या स्वामीनाथन काम करती हैं, उसने अपने आधिकारिक बयान में आशंका जताई है कि इस नए वेरिएंट से पूरी दुनिया को बहुत ज्यादा खतरा है और उसे इसके लिए तैयार रहना चाहिए. बयान में WHO ने कहा है कि ओमिक्रोन के म्यूटेशन शरीर के प्रतिरक्षा सिस्टम को चकमा दे सकते हैं जिससे ये शरीर में बहुत तेजी से फैल सकता है.
डॉक्टर रणदीप गुलेरिया का मानना है कि Omicron वैक्सीन को बेकार कर सकता है. (फोटो: PTI)
डॉक्टर रणदीप गुलेरिया का मानना है कि Omicron वैक्सीन को बेकार कर सकता है. (फोटो: PTI)

एम्स प्रमुख डॉक्टर रणदीप गुलेरिया का भी यही मत है. न्यूज एजेंसी PTI से हुई बातचीत में उन्होंने कहा,
"ये बात सामने आई है कि ओमिक्रोन वेरिएंट में 30 से अधिक म्यूटेशन हुए हैं. स्पाइक प्रोटीन स्तर पर हुए इन म्यूटेशन ने वेरिएंट को खतरनाक बना दिया है. इसकी वजह से वेरिएंट इम्यून सिस्टम को चकमा दे सकता है. अब कोविड के खिलाफ बनी हर वैक्सीन का रिव्यू करना पड़ेगा. क्योंकि ज्यादातर वैक्सीन स्पाइक प्रोटीन स्तर पर ही काम करती हैं."
वहीं ICMR में संक्रामक रोगों के प्रमुख डॉक्टर समिरन पांडा ने कहा कि नए वेरिएंट में संरचना के स्तर पर बदलाव हुए हैं. इनकी वजह से आशंका है कि नया वेरिएंट इम्यून सिस्टम को चकमा दे सकता है और वैक्सीन को भी निष्प्रभावी बना सकता है.

काम करेंगी वैक्सीन

ओमिक्रोन कोविड वैक्सीन से मिलने वाली सुरक्षा के लिए खतरा है या नहीं, इस बारे में दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष विषाणु विशेषज्ञ जेफ्री डॉर्फमैन की राय भी चर्चा में है. ओमिक्रोन सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में ही खोजा गया है. जेफ्री डॉर्फमैन का मानना है कि इस वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीन काम करेंगी. इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा,
"वैक्सीन टी सेल्स की मध्यस्थता के जरिए एंटीबॉडी का निर्माण करती है. ये टी सेल्स वायरस के किसी भी हिस्से को पहचान सकते हैं. अभी तक जितनी जानकारी सामने आई है, वो यही बता रही है कि नया वेरिएंट इम्यून सिस्टम को चकमा नहीं दे पा रहा है. हालांकि, कुछ सप्ताह में स्थिति और साफ हो जाएगी."
हालांकि वैक्सीन बनाने वाली अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना के प्रमुख मेडिकल ऑफिसर पॉल बर्टन को आशंका है कि नया वेरिएंट वैक्सीन को बेकार कर देगा और इस वेरिएंट के लिए नई वैक्सीन बनानी होगी. उन्होंने BBC को बताया कि अगले कुछ सप्ताह में पता चल जाएगा कि मौजूदा वैक्सीन इस नए वेरिएंट के खिलाफ कितनी सुरक्षा दे रही हैं.

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