हरिद्वार में पहलवानों के प्रदर्शन (Wrestler Protest) को लेकर बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) का बयान सामने आया है. मीडिया के साथ बातचीत में BJP सांसद ने केस की जांच और अपने इस्तीफे से जुड़े सवालों के जवाब दिए. उन्होंने कहा है कि अगर जांच में वो गलत पाए गए तो उनकी गिरफ्तारी भी हो जाएगी. इस बात से उन्हें कोई दिक्कत नहीं है.
"गंगा में मेडल्स बहाने गई थीं, फिर..."- बृजभूषण का ये तंज पहलवानों को बहुत बुरा लगेगा!
'आगे-आगे देखिए होता है क्या!'


मीडिया से बातचीत के दौरान बृजभूषण शरण सिंह से जब पूछा गया कि पहलवान केस की जांच से संतुष्ट नहीं है तो उन्होंने कहा,
आगे आगे देखिए होता है क्या. जांच तो करने दीजिए. अब तो हमारे हाथ में खेल है नहीं. अब तो दिल्ली पुलिस के हाथ में है. उन्हीं के निवेदन पर FIR हुई. जांच चल रही है. अब उसमें हम उनकी क्या मदद कर सकते हैं. अब आज वो गंगा जी में मेडल डालने गई थीं. फिर गंगा जी की बजाय मेडल नरेश टिकैत को दे दिए. उनका स्टैंड है. हम क्या कर सकते हैं.
बृजभूषण ने अपने इस्तीफे को लेकर पूछे गए सवाल का भी जवाब दिया,
हमारा तो कार्यकाल पूरा हो गया. अगर गलत पाया जाऊंगा तो गिरफ्तारी हो जाएगी. क्या दिक्कत है.
इससे पहले, 30 मई को प्रदर्शनकारी पहलवानों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेलों में मिले मेडल्स को गंगा नदी में बहाने का ऐलान किया था. हालांकि, बाद में उन्होंने ऐसा नहीं किया. सभी पहलवान 30 मई की शाम हरिद्वार पहुंचे थे. मेडल बहाने से पहले 'हर की पौड़ी' में पहलवान रोते नजर आए. इधर किसान नेता नरेश टिकैत भी शाम को हरिद्वार पहुंचे और उन्होंने पहलवानों को मनाया. इसके बाद पहलवानों ने मेडल बहाने का फैसला वापस ले लिया और सरकार को पांच दिन का समय देने की जानकारी सामने आई.
धरना देने वाले पहलवानों का आरोप है कि नेशनल कैंप्स में नियुक्त कुछ कोच और प्रतिनिधि सालों से महिला खिलाड़ियों का यौन उत्पीड़न कर रहे हैं. उनमें WFI अध्यक्ष बृजभूषण सिंह भी शामिल हैं. इससे पहले जनवरी में भी पहलवानों ने प्रदर्शन किया था. लेकिन सरकार के आश्वासन और कमिटी बनाने के बाद उन्होंने प्रदर्शन वापस ले लिया था.
वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: एक महीने से प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को अब बृजभूषण ने क्या चैलेंज दे दिया?













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