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पाकिस्तान गए नवजोत सिंह सिद्धू ने इमरान खान को बड़ा भाई बताया, कांग्रेस नेता ने ही घेर लिया!

बीजेपी ने भी सवाल उठाए हैं.

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(दाएं) करतारपुर साहिब के Ceo से गले मिलते निवाजोत सिंह सिद्धू.
करतारपुर साहिब के दर्शन करने पाकिस्तान गए पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) ने इमरान खान (Imran Khan) को बड़ा भाई कह दिया. सिद्धू के इस बयान पर सरहद के इस पार सियासी भूचाल आ गया है. बीजेपी के कुछ नेताओं ने सिद्धू के बहाने कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला बोला है. वहीं कांग्रेस (Congress) के कुछ नेता सिद्धू के बचाव में उतर गए हैं. क्या है मामला? सिद्धू शुक्रवार, 19 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर से पाकिस्तान के करतारपुर पहुंचे थे. सिद्धू का गर्मजोशी से स्वागत हुआ. उन पर फूल बरसाए गए. इसके बाद करतारपुर साहिब के CEO ने उनका स्वागत किया. CEO ने सिद्धू से कहा कि वो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की ओर से उनका स्वागत करने आए हैं. इसके जवाब में सिद्धू ने कहा,
"वो मेरा बड़ा भाई है, उसने मुझे बहुत प्यार दिया है, थैंक यू. हालांकि मैं इस सम्मान के काबिल नहीं हूं, लेकिन मैं खुद को धन्य मानता हूं. 
इसके जवाब में CEO  ने कहा कि पाकिस्तान इस दिन का (सिद्धू के पाकिस्तान आने का) इंतजार बहुत दिनों से कर रहा था. इसके बाद माला पहनाकर सिद्धू का स्वागत किया गया. पाकिस्तान भी सिद्धू की कई बार तारीफ कर चुका है. हाल ही में कॉरिडोर के फिर से खुलने पर पाक सरकार की वेबसाइट में कहा गया था कि सिद्धू ने ही पाक PM इमरान खान को कॉरिडोर खोलने का आइडिया दिया था, जिसके बाद यह मुमकिन हो सका. सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम जग जाहिर है: भाजपा बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा,
''कांग्रेस के दिग्गज नेता और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान जाएं और इमरान खान का महिमामंडन न करें, पाकिस्तान की स्तुति न करें ऐसा हो नहीं सकता.'' 
संबित पात्रा ने आगे कहा,
''राहुल गांधी और उनकी पार्टी कांग्रेस का ये एक प्रकार का तरीका है. सलमान खुर्शीद, मणिशंकर अय्यर, राशिद अल्वी और इन सबके ऊपर राहुल गांधी, ये सभी हिंदू और हिंदुत्व को गाली देते हैं. वहीं सिद्धू पाकिस्तान के हित में बयान देते हैं. ये कोई इत्तेफाकन नहीं है.'' 
  वहीं भाजपा  के अमित मालवीय ने भी ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी. मालवीय ने लिखा,
"राहुल गांधी के चहेते नवजोत सिंह सिद्धू ने पाक पीएम इमरान खान को 'बड़ा भाई' कहा है. पिछली बार वो पाकिस्तानी आर्मी के जनरल बाजवा से गले मिलकर आए थे. क्या यह कोई आश्चर्य की बात है कि गांधी भाई-बहनों ने अनुभवी अमरिंदर सिंह के बजाए पाकिस्तान से प्यार करने वाले सिद्धू को चुना?" 
वहीं अकाली नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि नवजोत सिद्धू ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को आज फिर अपना बड़ा भाई बताया. एक ऐसे देश के प्रधानमंत्री को जो सीमा पर रोज हमारे सैनिकों को मारने का हुक्म देता है. हमारे कितने सैनिक शहीद हो चुके हैं. एक देश का चुनाव हुआ प्रतिनिधि देश के साथ गद्दारी कर दुश्मन को अपना भाई बताता है. यह देश के साथ गद्दारी है. ऐसे चुने हुए प्रतिनिधि के खिलाफ सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए. सिद्धू का जवाब आया पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को बड़ा भाई कहने पर हो रहे विवाद पर नवजोत सिंह सिद्धू का बयान आय़ा. करतारपुर से वापस भारत आकर सिद्धू ने कहा कि भाजपा उन पर जो इल्जाम लगाना चाहे लगा ले, उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा. उन्होंने आगे कहा,
"मैं आज ही गुरुद्वारे में नतमस्तक होकर आया हूं, मैंने पिछली बार भी यही बात की थी मुद्दों को भटकाने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए.अगर बात का बतंगड़ बनाना है तो कोई भी बना सकता है. भारत और पाकिस्तान के कलाकारों की बात कर लीजिए चाहे नुसरत फतेह अली खान हो या फिर भारत के किशोर कुमार यह सब लोग एक-दूसरे को जोड़ने वाले हैं. भारत और पाकिस्तान का क्रिकेट मैच होता है तो एक दूसरे को गले लगाया जाता है.
उन्होंने आगे कहा,
 भारत और पाकिस्तान का बॉर्डर पारस है. हो सकता है यहां से घुसपैठ भी होती हो. मेरी यह विनम्र प्रार्थना है की अब दोनों देशों के बीच में व्यापार के रास्ते खोलने चाहिए.पूरी दुनिया में अमन शांति कायम होनी चाहिए. अब सारे दरवाजे और खिड़कियां खुलनी चाहिए. पंजाब में 34 महीनों के दौरान करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है और हजारों नौकरियां चली गई.  पहले जितना भी विदेशी व्यापार होता था उसका 25 फ़ीसदी अकेला वाघा बॉर्डर के जरिए होता था और अमृतसर एशिया की सबसे बड़ी मार्केट था. 
सिद्धू ने कहा कि मैं सकारात्मक सोच वाला आदमी हूं. मुद्दों को भटकाने की कोशिश न हो. जब पिछली बार करतारपुर गया था तो इस मुकद्दस दरबार को खोलने की मांग की थी. वहां पर भी कह कर आया हूं कि अब गुरुद्वारे के साथ-साथ मंदिर भी खुलने चाहिए. धार्मिक स्थलों की यात्रा पर सिर्फ 40-50 ही क्यों जाए. सिद्धू के बचाव में ये नेता कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सिद्धू का समर्थन किया. कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला और पंजाब सरकार में मंत्री परगट सिंह ने मीडिया के सामने सिद्धू का बचाव किया. एएनआई के मुताबिक गुरजीत सिंह ने कहा,
"नवजोत सिंह सिद्धू एक स्पोर्ट्समैन रहे हैं और इमरान खान भी उनके साथ स्पोर्ट्समैन थे तो स्पोर्ट्समैनशिप हर इंसान में होनी चाहिए। इमरान खान नवजोत सिंह सिद्धू के पुराने दोस्त हैं तो इसमें लोगों को क्या दिक्कत है?"  
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता और सांसद मनीष तिवारी ने सिद्धू पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट कर कहा-
इमरान खान किसी का बड़ा भाई हो सकता है, लेकिन भारत के लिए वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और सेना के गठजोड़ की कठपुतली है. जो पंजाब में ड्रोन के जरिए हथियार और नशा भेज रहा है. इसके अलावा वह रोजाना जम्मू कश्मीर में LOC पर आतंकवादियों को भेज रहा है. क्या हम पुंछ में हमारे सैनिकों की शहादत को इतनी जल्दी भूल गए?
वहीं पंजाब सरकार में मंत्री परगट सिंह ने सिद्धू के बचाव में कहा,
"जब पीएम मोदी पाकिस्तान जाते हैं तो वह 'देश प्रेमी' होते हैं, जब सिद्धू जाते हैं, तो वे 'देशद्रोही' होते हैं... क्या मैं आपको भाई नहीं कह सकता.. हम गुरु नानक देव के दर्शन का पालन करते हैं."  
पंजाब सरकार की तरफ से करतारपुर साहिब के दर्शन करने के लिए भेजे गए पहले जत्थे में सिद्धू का नाम नहीं था. पहले जत्थे में CM चरणजीत चन्नी, उनका परिवार, 3 मंत्रियों और कुछ विधायक ही करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते पाकिस्तान गए थे.