पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Khawaja Asif) ने कुछ दिनों पहले कहा था कि उनका देश आतंकवाद के ‘डर्टी गेम’ का हिस्सा रहा है. ख्वाजा आसिफ के उस बयान पर पाक के पू्र्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो (Bilawal Bhutto) ने भी मुहर लगाई है. भुट्टो ने कहा कि इसमें कोई सीक्रेट नहीं है. पाकिस्तान का आतंकी संगठनों से जुड़ाव का इतिहास रहा है.
'पाकिस्तान का आतंकियों से जुड़ाव रहा है, ये छिपी बात नहीं... ' बिलावल भुट्टो ने भी कबूल लिया
Pakistan के रक्षा मंत्री Khawaja Asif ने एक इंटरव्यू में माना था कि पाकिस्तान का आतंकवाद को सपोर्ट करने और टेरर फंडिंग करने का लंबा इतिहास रहा है. अब पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री Bilawal Bhutto ने उनके बयान का समर्थन किया है.

बिलावल भुट्टो ने स्काई न्यूज को दिए इंटरव्यू में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान पर बात करते हुए कहा, ‘यह कोई सीक्रेट नहीं है. पाकिस्तान का एक अतीत रहा है. जिसके चलते हमने काफी नुकसान झेला है. हमने बार-बार चरमपंथ को झेला है. और इससे सबक भी सीखा है. इस समस्या से निपटने के लिए हमने आंतरिक सुधार भी किए हैं.’
बिलावल भुट्टो ने जोर देकर कहा कि उनका देश अब ऐसे तत्वों का समर्थन नहीं करता. उन्होंने आगे कहा कि ये (चरमपंथ) इतिहास हो गए हैं. और अब हम इन चीजों से खुद को अलग कर रहे हैं. लेकिन ये सच है कि यह हमारे इतिहास का दुर्भाग्यपूर्ण हिस्सा है.
पिछले दिनों पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक इंटरव्यू में माना था कि उनका देश आंतक का पालन पोषण करता है. उनका यह बयान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद सामने आया था. ख्वाजा आसिफ ने यह बात एक टीवी इंटरव्यू के दौरान कही थी. उन्होंने इसके पीछे का कारण अमेरिका और पश्चिमी देशों को बताया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक इंटरव्यू के दौरान पत्रकार ने रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ से पाकिस्तान पर आतंकवादियों को समर्थन देने के आरोप के बारे में पूछा. इस पर ख्वाजा आसिफ ने कहा,
हम तीन दशकों से अमेरिका और ब्रिटेन सहित वेस्ट के देशों के लिए यह गंदा काम कर रहे हैं. यह एक गलती थी. पाकिस्तान को इसका खामियाज़ा भुगतना पड़ा. अगर हम सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध और बाद में 9/11 के हमलों में शामिल नहीं होते तो आज पाकिस्तान का रिकॉर्ड बेदाग होता.
ये भी पढ़ें - 'हम 30 साल से ये काम करते आ रहे... ', आतंकवादी पालने पर पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का कबूलनामा
आसिफ ने यहां तक दावा किया कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में सोवियत संघ से लड़ने के लिए आतंकवादियों को प्रॉक्सी के तौर पर यूज़ किया.
वीडियो: पाकिस्तान भारत से 30 साल पीछे..., ओवैसी ने बिलावल भुट्टो को सुनाया