पैगंबर की बेइज्जती का इंतकाम लेने को भीड़ ने तोड़े कंप्यूटर
मालदा के बाद बिहार के पूर्णिया में बवालियों ने बवाल काटा. आग लगाई, तोड़फोड़ की.
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फोटो - thelallantop
पैगंबर मोहम्मद पर बयान की वजह से बिहार के पूर्णिया में हजारों मुस्लिम शुक्रवार को सड़कों पर निकल आए. कुछ ने जमकर बवाल काटा. थाने पर पथराव, तोड़फाड़ की. इस सबके बाद से इलाके में माहौल खराब है. रैली में 25 हजार लोग शामिल हुए थे. हिंदू महासभा के मेंबर कमलेश तिवारी ने पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक बयान दिया था. जिसके बाद पश्चिम बंगाल के मालदा में लाखों मुस्लिम सड़क पर उतर आए थे. कुछ ने थाने फूंके, बसें जलाईं. धारा 144 लगी. कुछ घायल हुए. इन सबके बाद भी लोगों ने सबक नहीं लिया. ऑल इंडिया इस्लामिक काउंसिल ने पूर्णिया में एक रैली बुला ली. ऑल इंडिया इस्लामिक काउंसिल के मुताबिक, 'पूर्णिया में एक 'शांतिपूर्ण रैली' ऑर्गेनाइज की गई थी'. इसी 'शांतिपूर्ण रैली' से कुछ लोग निकले और जमकर सड़कों पर बवाल काटा. थानों में घुसकर कंप्यूटर और फर्नीचर तोड़ डाले. पथराव किया सो अलग. डिमांड थी कि कंट्रोवर्सिल बयान देने वाले हिंदू महासभा के मेंबर कमलेश तिवारी को फांसी दी जाए. मांग भी उनकी थी और विरोध का तरीका भी उनका. बस जूझना उन लोगों को पड़ेगा, जिनका इन सबसे कोई लेना देना नहीं है. यानी आपको और हमको. रैली वालों की सफाई
ऑल इंडिया इस्लामिक काउंसिल ने जुलूस बुलाया. 25 हजार लोग जुटे. सफाई दी- हमने पहले ही कह दिया कि शांति से सब होगा. जिन लोगों ने ये हरकत की. उन्होंने हमारा सिर शर्म से नीचे कर दिया. ये हरकत जिसने भी की. उसने इस्लाम पर हमला किया है. रैली के अगुवाई पूर्णिया के पूर्व विधायक रुकनुद्दीन कर रहे थे.
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