गृह मंत्रालय ने इस पूरी घटना को प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक मानते हुए राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. साथ ही गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को इस चूक की जिम्मेदारी तय करने और सख्त कार्रवाई करने को कहा है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक फिरोज़पुर के एसएसपी हरमनदीप सिंह हंस को निलंबित कर दिया गया है. गृह मंत्रालय के हवाले से कहें तो ये PM मोदी की सुरक्षा में चूक है. हालांकि ये पहली बार नहीं है जब PM मोदी की सिक्योरिटी ब्रीच हुई हो. इससे पहले भी कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. मोदी को भाषण ख़त्म करना पड़ा तारीख़ 2 फरवरी 2019. पश्चिम बंगाल की अशोकनगर विधानसभा में पीएम मोदी एक रैली को संबोधित कर रहे थे. इस इलाके में एक हिंदू शरणार्थी समुदाय मतुआ के लोगों की तादात सबसे ज्यादा है. पीएम मोदी का भाषण जारी ही था कि इसी बीच रैली में आई भीड़ में भगदड़ मच गई. काफ़ी लोग बैरिकेड्स तोड़कर स्टेज की तरफ बढ़ने लगे. ऐसे में मोदी को अपना भाषण 20 मिनट में ही खत्म करना पड़ा और एसपीजी ने उन्हें वहां से बाहर निकाला. भीड़ में भगदड़ के दौरान कई लोग घायल भी हुए. इसके बाद एक और रैली में पीएम मोदी ने कहा- लोगों के प्यार से अभिभूत हूं, लेकिन संयम बनाकर रखना चाहिए.

मोदी की बंगाल रैली में उमड़ी भीड़ (फोटो सोर्स- PTI)
शख्स ने मोदी के पैर छू लिए पश्चिम बंगाल के बोलपुर जिले में विश्व भारती यूनिवर्सिटी है. 26 मई 2018 के दिन यहां चल रहे कन्वोकेशन के दौरान पीएम मोदी स्टेज पर मौजूद थे. यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर साबुजकाली सेन भी स्टेज पर थे. इतने में नादिया जिले का रहने वाला एक युवक SPG का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए सीधे पीएम मोदी के पास पहुंच गया. जब तक गार्ड्स उसे रोकते, उसने पीएम मोदी के पैर छू लिए. पीएम मोदी पहले तो हैरान हुए, फिर सहज हुए हो गए. बाद में पुलिस ने युवक को पकड़ लिया और पूछताछ के लिए थाने ले गए.

विश्व भारती यूनिवर्सिटी में कंवोकेशन के दौरान (फोटो सोर्स- ट्विटर Narendra Modi)
जब काफिला भटक गया 25 दिसंबर 2017. पीएम मोदी नोएडा दौरे पर थे. उनके काफिले में आगे चल रहे दो पुलिस वालों ने गलत मोड़ ले लिया. इसके चलते पीएम मोदी का काफिला महामाया फ्लाई ओवर पर करीब 2 मिनट तक ट्रैफिक में फंसा रहा. तत्कालीन नोएडा एसएसपी लव कुमार ने दोनों पुलिसवालों सब इंस्पेक्टर दिलीप सिंह और ड्राइवर जयपाल को सस्पेंड कर दिया था. सीएम योगी ने इस मामले में रिपोर्ट तलब की थी.

रोड शो के दौरान PM मोदी (प्रतीकात्मक चित्र- आज तक)
शख्स सेल्फ़ी लेने स्टेज पर चढ़ गया 7 नवंबर 2014 को महाराष्ट्र के वानखेड़े स्टेडियम में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में नई नवेली सरकार का शपथ ग्रहण चल रहा था. पीएम मोदी, अमित शाह और बीजेपी के कई बड़े नेता कार्यक्रम में मौजूद थे. इस दौरान अनिल मिश्रा नाम का एक व्यक्ति तीन लेयर की सिक्योरिटी ब्रीच कर मंच पर पीएम मोदी के पास पहुंच गया. उसके पास न तो कोई आईडी थी और न ही कोई पास. अनिल मिश्रा ने अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस के साथ सेल्फी भी ली.

प्रतीकात्मक चित्र - आज तक
इस मामले में 3 पुलिस वालों को दोषी बताया गया जिनकी वजह से सुरक्षा में चूक हुई. अनिल मिश्रा नाम का व्यक्ति जो मंच तक पहुंचा था वो बीजेपी का ही कार्यकर्ता था. एक दूसरे बीजेपी कार्यकर्ता संजय बेदिया ने पुलिस को अनिल की पहचान कराई और 7 नवंबर को उसे IPC की धारा 447 और 170 के तहत गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया.