दो ऐसे केस, जिनमें रेप की खबर आई और सरकार पर दबाव पड़ा. कार्रवाई हुई. लोग नपे. सस्पेंड हुए. सरकारों की आलोचना हुई, फजीहत सही मंत्रियों ने. और अब दोनों ही मामले कुछ और निकले.
पहला मामला है बरेली वाला
गैंगरेप के एक दिन के बाद बरेली की लड़की ने कहा, 'मुझे मेरे बॉयफ्रेंड ने हैरेस किया था.' लड़की का बॉयफ्रेंड और आरोपी है अमित राठौड़. वो भी एक स्कूल टीचर है. लड़की पहले ही मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करा चुकी है. 19 साल की बरेली की लड़की, जिसने मंगलवार को आरोप लगाया था कि तीन मास्क पहने हुए लड़के उसे हाइवे के पास से कार में उठा ले गए और रेप किया, अपने बयान से पलट गई है. बुधवार को उसने अपने बॉयफ्रेंड पर यौन उत्पीड़न और वीडियो क्लिप बनाने का आरोप लगाया है.

बरेली के एसएसपी आरके भारद्वाज ने बताया,
अमित राठौड़ को लड़की के मजिस्ट्रेट के सामने बयान देने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था. उसे रेप के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उसका लैपटॉप, मोबाइल और पेन ड्राइव जब्त कर ली गई है. लड़की ने अगवा करने और गैंगरेप करने की कहानी इसलिए बनाई थी, क्योंकि उसे डर था कि कहीं राठौड़ उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड न कर दे. हमने बरेली इंडस्ट्रियल एरिया में तमाम जगह पर लगे हुए CCTV कैमरे की फुटेज खंगालने के आदेश दिए थे. CCTV फुटेज चेक हुए, खासकर उस जगह के जहां से लड़की ने अगवा किए जाने का आरोप लगाया था. हमें वहां से किसी भी ऐसी कार के गुजरने के सबूत नहीं मिले, जैसा लड़की ने बताया था. जब लड़की की कॉल डीटेल चेक की गई, तो लड़की जहां से अगवा करने का आरोप लगा रही है, वहां से 7 किमी दूर की लोकेशन मिली. ये वही लोकेशन है, जहां राठौड़ रहता है.
भारद्वाज ने बताया, 'जैसे-जैसे जांच चल रही थी, हमें जो पता चलता जाता, उसके हिसाब से लड़की से फैक्ट्स रीचेक करवा रहे थे. इसके बाद लड़की की बनाई कहानी में लूपहोल्स निकलने लगे. फिर हमें असली कहानी का पता चला.' तब लड़की ने बताया कि दरअसल वो घर से स्कूल गई ही नहीं थी. वो तो गई थी राठौड़ के घर. जो उसके घर से चार किलोमीटर दूर है. बरेली के ASP समीर सौरभ ने कहा कि राठौड़ लड़की का बॉयफ्रेंड है और लड़की उससे शादी भी करना चाहती थी.

ASP ने बताया कि सोमवार की रात राठौड़ ने लड़की को फोन कर मंगलवार को मिलने के लिए बुलाया था. जब वो वहां पहुंची तो राठौड़ ने उसके साथ जबरदस्ती की और फोटो भी खींची. इसके बाद लड़की वहां से निकली और घर आई. तब तक राठौड़ पढ़ाने निकल चुका था. केस दर्ज हो गया था, पर जब लड़की का मेडिकल हुआ तो कोई भी चोट उसके शरीर पर नहीं मिली. तुरत कार्रवाई के चक्कर में थाने के इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया था.
दूसरा मामला हरक सिंह रावत का है
ऐसे ही एक मामले में उत्तराखंड के बीजेपी विधायक हरक सिंह रावत पर भी एक औरत ने रेप का आरोप लगाया था. इसमें भी औरत अपने बयान से पलट गई है. पीड़ित औरत ने साकेत कोर्ट में अपना बयान बदल लिया है. उसने कहा कि 2002-03 के केस के बारे में मैंने हरीश रावत को फोन किया था, एडवाइस लेने को. तो उन्होंने मुझसे बोला, तुम केस रिओपेन कर सकती हो. पैसे की बात हो या कुछ और, हर तरीके से हम तुम्हारे साथ हैं. उन्होंने ही मुझे हरक सिंह का नंबर दिया और उनसे बात करने को कहा. उनका कहना था कि हरक सिंह से बात करो क्योंकि केस रीओपन होना है और तुम्हें रेप का आरोप लगाना है. पर मेरे साथ कोई रेप किया ही नहीं हरक ने. पहले और अब मैंने उन पर जो आरोप लगाया, उनकी वजह से उनको जो नुकसान हुआ है, उसके लिए मैं हाथ जोड़कर माफ़ी मांगती हूं.